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कभी पढ़ाई करने के पैसे नहीं थे, आज 215 करोड़ की कंपनी के मालिक है जेताराम चौधरी

Published : Oct 08, 2023, 07:15 PM IST
कभी पढ़ाई करने के पैसे नहीं थे,  आज 215 करोड़ की कंपनी के मालिक है जेताराम चौधरी

सार

जोधपुर के जेताराम चौधरी एक गरीब परिवार से आते हैं उनके पिता रोडवेज बस में कंडक्टर थे। 12वीं के बाद घर में ऐसी स्थिति थी कि जेताराम चौधरी को आगे की पढ़ाई के लिए मना कर दिया गया था। जेताराम चौधरी अपने घर के हालात को दुरुस्त करना चाहते थे। इसलिए जुगाड़ से कंप्यूटर सीखा  और आज 215 करोड़ की कंपनी के मालिक है।

जोधपुर।बिल गेट्स का एक कथन है कि आप गरीबी में पैदा होते हैं इसमें आपकी गलती नहीं है लेकिन अगर आप गरीबी में मर जाते हैं तो इसमें आपकी पूरी पूरी गलती है । आज इस आर्टिकल के जरिए हम एक ऐसे ही शख्स से आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जिसके पास कोचिंग करने के भी पैसे नहीं थे और आज उसने 215 करोड रुपए की कंपनी खड़ी कर दी है। एएसबी डिजिटल सॉल्यूशंस के मालिक जेताराम चौधरी जो एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे लेकिन अपनी मेहनत के दम पर आज 215 करोड रुपए की कंपनी के मालिक हैं।

कौन है जेताराम चौधरी

राजस्थान के बाड़मेर के रहने वाले जेताराम चौधरी के पिता रोडवेज बस में कंडक्टर थे।  परिवार को चलाने के लिए दिन-रात मेहनत करते थे। जेताराम को बचपन से ही टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी थी। उन्हें कंप्यूटर सीखने का शौक था, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह कंप्यूटर की क्लासेस ले सकें।



पड़ोसी के घर में पहली बार देखा था कंप्यूटर
जेताराम चौधरी ने अपने घर में कभी कंप्यूटर नहीं देखा पहली बार उन्होंने अपने पड़ोस में कंप्यूटर देखा था। क्योंकि जेताराम के पास कंप्यूटर सीखने के पैसे नहीं थे लिहाजा उन्होंने एक कंप्यूटर सेंटर में काम कर लिया और वहां पर काम करते-करते, लोगों को कंप्यूटर पर काम करता हुआ देखकर कंप्यूटर सीख लिया। 12वीं के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण घर वालों ने आगे की पढ़ाई के लिए मना कर दिया। लेकिन जेताराम चौधरी ने सोच रखा था कि उन्हें जीवन में कुछ ना कुछ करना है।
जेताराम चौधरी के दिमाग में सिर्फ एक ही बात चलती थी कि वह अपने परिवार के हालात को ठीक कर दें।

छोटी सी कंपनी 215 करोड़ की कंपनी बन गई
25 जुलाई 2018 को जेताराम चौधरी ने एएसबी डिजिटल सॉल्यूशन नाम की एक कंपनी को रजिस्टर कराया। यह कंपनी केवाईसी, बिल भुगतान, मनी ट्रांसफर, मिनी एटीएम, टिकट बुकिंग, ईमित्र जैसी सेवाएं देती थी। धीरे-धीरे कंपनी एक नए शिखर को छूने लगी। जेताराम चौधरी ने कंपनी की शुरुआत अकेले किया था लेकिन आज 4000 से ज्यादा फ्रेंचाइजी इस कंपनी से जुड़ी है साथ ही उनका एक शानदार ऑफिस जोधपुर में भी मौजूद है।

हर गांव में एक डिजिटल केंद्र खोलना ही सपना है
जेताराम चौधरी का सपना है कि भारत के हर गांव में एक डिजिटल केंद्र खोलना चाहिए ताकि लोगों को आधार से जुड़ी डिजिटल सेवाओं के बारे में पता चल सके। फिलहाल उत्तर प्रदेश राजस्थान छत्तीसगढ़ और बिहार में काम कर रही है।
 

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