Bihar Board 12th Topper: सीवान के मृत्युंजय कुमार साइंस टॉपर, पिता चलाते हैं कॉस्मेटिक शॉप, कैसे मिला मुकाम

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Mar 23, 2024, 7:50 PM IST

Mirtunjay Kumar Bihar Board Topper: बिहार बोर्ड के इंटर परीक्षा में सीवान के मृत्युंजय कुमार ने साइंस स्ट्रीम में टॉप किया है। उनके पिता कॉस्मेटिक शॉप चलाते हैं। खास यह है कि जिस विद्यालय से मृत्युंजय टॉपर बने हैं। प्रदेश के पूर्व चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी भी उसी कॉलेज के टॉपर रहे हैं।

Bihar Board Class 12th Topper 2024: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की 12वीं कक्षा की परीक्षा में सीवान के रहने वाले मृत्युंजय कुमार ने 96.2 फीसदी अंक हासिल कर टॉप किया है। उन्हें कुल 481 मार्क्स मिले हैं। वह बड़हरिया के कोइरीगावां स्थित जीएम उच्च माध्यमिक विद्यालय के स्टूडेंट हैं। शुरू से ही पढ़ाई में तेज रहे हैं। पिता राजेश प्रसाद की बड़हरिया के जामो रोड पर कॉस्मेटिक शॉप है। मॉं ममता देवी हाउस वाइफ हैं। 

पूर्व चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी भी इसी स्कूल के टॉपर

बिहार बोर्ड इंटर टॉपर मृत्युंजय कुमार को साइंस स्ट्रीम में प्रदेश में पहला रैंक मिलने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने भविष्य में यूपीएससी की तैयारी का मन बनाया है। लोगों को उनसे उम्मीदें भी हैं, क्योंकि जिस विद्यालय से उन्होंने बोर्ड एग्जाम टॉप किया है। प्रदेश के पूर्व चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी भी उसी विद्यालय के टॉपर स्टूडेंट रहे हैं। टाइमटेबल के हिसाब से नियमित पढ़ाई कर उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है।

कैसे करें पढ़ाई?

मुत्युंजय कुमार के अनुसार, आमतौर पर स्टूडेंट घंटों के हिसाब से पढ़ाई का प्लान करते हैं। पर घंटे गिनकर पढ़ने से अच्छा रिस्पांस नहीं मिलता है। उनका मानना है कि डेली यह तय करके पढ़ाई करनी चाहिए कि आज किस विषय में कहां तक पढ़ाई पूरी करनी है। पढ़ाई के समय को उसी पर लगाना चाहिए। यदि ऐसा करते हैं तो सक्सेस निश्चित मिलेगी। पिता राजेश कहते हैं कि बेटा डेली 8 से 10 घंटे पढ़ाई करता था। मैट्रिक एग्जाम में उसे प्रदेश में 15वीं रैंक मिली थी। इस बार उम्मीद थी कि बेटे का नाम टॉप टेन की लिस्ट में रहेगा। मृत्युंजय कुमार ने कुछ दिन तक पटना और फिर घर पर पढ़ाई की। 

आईएएस बनना है सपना

मृत्युंजय कुमार सफलता का श्रेय अपने टीचर्स, मॉं-पिता और दोस्तों को देते हैं। उनका सपना आईएएस बनने का है। बिहार टॉप करने की खबर सुनकर उनके दादा की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि मृत्युंजय ने कहा था कि वह इस बार एग्जाम में अच्छे मार्क्स लाएगा। उनके एक चाचा कपड़ा और दूसरे चाचा शूज की शॉप चलाते हैं। 

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