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₹1800 सैलरी वाले की कमाई ₹25 करोड़ कैसे? बिजनेस फेल-कर्ज में डूबे, अब छप्पर फाड़कर बरस रहा पैसा

Rajkumar Upadhyaya |  
Published : Aug 03, 2024, 03:04 PM IST
₹1800 सैलरी वाले की कमाई ₹25 करोड़ कैसे? बिजनेस फेल-कर्ज में डूबे, अब छप्पर फाड़कर बरस रहा पैसा

सार

देबाशीष मजूमदार 1800 रुपये की नौकरी से शुरू कर 25 करोड़ रुपये सालाना टर्नओवर वाली कम्पनी के मालिक हैं। आज देश भर में उनके 100 से अधिक आउटलेट्स हैं।

नयी दिल्ली। निम्‍न वर्गीय बंगाली परिवार में जन्‍मे देबाशीष मजूमदार (Debashish Majumder) ने 1800 रुपये महीने की नौकरी से अपना कॅरियर शुरू किया था। फिर बिजनेस शुरू किया तो बड़ा झटका लगा। लाखो रुपये के कर्ज में डूब गए। लोन चुकाने के लिए मोमोज बेचने लगें। उनके इसी कारोबार ने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ ली। अब फूड स्‍टार्टअप मोमोमिया (Momomia) के मालिक हैं। हर महीने 2 करोड़ से ज्यादा की इनकम है। देश भर में 100 से ज्यादा आउटलेट चल रहे हैं। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।

दिल में बैठी दादाजी की ये बात 

देबाशीष का बिजनेस करने की प्रेरणा अपने दादाजी से मिली। वह अक्‍सर कहते थे कि पैसे बनाने पर नहीं, नाम बनाने पर ध्यान देना चाहिए, वह मिटता नहीं है। यही बात देबाशीष के मन में घर कर गई थी और वह बचपन से ही बड़ा व्यवसायी बनने का सपना देखने लगे। कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्हें एक निजी बैंक में 1800 रुपये महीने की सैलरी पर जॉब मिली।

पहले बिजनेस में 8 लाख डूबे

बैंक में जॉब करते हुए देबाशीष ने आइसक्रीम की दुकान के रूप में अपना पहला बिजनेस शुरू किया। बिजनेस फेल हो गया। करीबन 8 लाख रुपये का झटका लगा। पर मजूमदार की हिम्मत टूटी नहीं। उनका खुद का बिजनेस स्थापित करने का सपना आग की तरह दिल में जलता रहा। साल 2018 में जॉब छोड़कर 'मोमोमिया' की शुरूआत की। 3.5 लाख रुपये का निवेश किया। शुरूआती दिनों में 3 कर्मचारी थे। 

​'मोमोमिया' शुरू करने की कहां से मिली प्रेरणा?

दरअसल, आईसक्रीम की दुकान न चल पाने के बाद देबाशीष की आर्थिक हालत बहुत खराब हो गई थी। एक फेस्टिवल पर पत्नी को जूते दिलाने तक के पैसे नहीं थे। मां का आपरेशन नहीं करा सके। उसी दरम्यान उन्होंने गुवाहाटी के एक रेस्टोरेंट में मोमोज का ऑर्डर दिया, जो उनको इतना भाया कि मोमोज के आउटलेट शुरू करने का फैसला कर लिया और 2018 में गुवाहाटी में मोमोमिया के पहले आउटलेट की शुरूआत कर दी। यह काम उन्होंने 3.5 लाख रुपये ब्याज पर लेकर शुरू किया था। साल भर में बिजनेस चल पड़ा। फिर धड़ाधड़ मो​मोमिया के फ्रेंचाइजी आउटलेट खुलने शुरू हो गएं। 

3 कर्मचारियों से शुरूआत, अब 400 को रोजगार

कभी 3 कर्मचारियों के साथ शुरू किया गया बिजनेस अब बड़ा रूप ले चुका है। 400 लोगों को रोजगार दिया है। 2.5 लाख रुपये फ्रेंचाइजी की फीस लेते हैं। आउटलेट्स की संख्या 100 से ज्यादा हो गई है। कम्पनी का सालाना टर्नओवर 25 करोड़ रुपये है। 

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