मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के रहने वाले साकेत दंडोतिया 12वीं पास करने के बाद IIT JEE में जगह नहीं बना सके तो हार नहीं मानी। पैसे कमाने के लिए कॉमिक्स तक किराए पर दिया। इंदौर से इंजीनियरिंग की।
नयी दिल्ली। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के रहने वाले साकेत दंडोतिया 12वीं पास करने के बाद IIT JEE में जगह नहीं बना सके तो हार नहीं मानी। पैसे कमाने के लिए कॉमिक्स तक किराए पर दिया। इंदौर से इंजीनियरिंग की। फिर नौकरी करने लगे और अंत में जॉब छोड़कर खुद का काम शुरू करने का फैसला लिया। 6 कर्मचारियों के साथ काम की शुरूआत की। अब दुनिया के कई देशों में आफिस है। वर्तमान में 600 करोड़ रुपये नेटवर्थ है। आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।
MITS इंदौर से इंजीनियरिंग
एक छोटे से शहर से अपना सफर शुरू करने वाले साकेत दंडोतिया ने काफी मुश्किलों का सामना किया। IIT JEE में जगह नहीं मिलने पर MITS इंदौर से इंजीनियरिंग की डिग्री ली। एक सॉफ्टवेयर फर्म में काम मिला। साल भर काम किया। पर उससे संतुष्ट नहीं थे। इसलिए खुद की कम्पनी शुरू करने के लिए जॉब छोड़ दी। साल 2012 में लिंकाइट्स की नींव रखी।
अमेरिका, जापान, सिंगापुर में आफिस
साकेत ने अपनी कम्पनी की शुरूआत सिर्फ 6 कर्मचारियों के साथ की थी। 3 साल के अंदर ही वर्कर्स की संख्या में बड़ा इजाफा हो गया। कर्मचारियों की संख्या 150 हो गई। इंदौर आईटी पार्क से उनका बिजनेस फल-फूल रहा है। 12 हजार वर्ग फीट का बड़ा कार्यालय है। अमेरिका, जापान, सिंगापुर में अपने आफिस खोलें।
वीडियोवर्स और वनटैब की शुरूआत
रिपोर्ट के अनुसार, वह कहते हैं कि खुद का बिजनेस शुरू करने से पहले इंदौर स्थित एक एमएनसी आइटी कंपनी में एक साल तक जॉब की। यूरोप, कनाडा, अमेरिका, और जापान के कस्टमर के लिए काम किया। फिर आईआईएम इंदौर से एमबीए की डिग्री ली। साल 2016 में वीडियोवर्स (बाद में Toch.ai के रूप में रीब्रांड) स्टार्टअप लॉन्च किया। $48 मिलियन जुटाए। आज हम कई स्पोर्ट्स बिजनेस और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को सहयोग करते हैं। साकेत 2023 में बाहर निकले तो 8 करोड़ डॉलर से अधिक का फंड जुटाया और एक नये बिजनेस वनटैब की शुरूआत की। उनकी कुल नेटवर्थ लगभग 600 करोड़ रुपये आंकी गई है।