Success Story: बार-बार फेलियर से कैसे उबरे सिद्धार्थ गुप्ता? अब UP PCS 2023 में 1st रैंक

By Rajkumar UpadhyayaFirst Published Jan 26, 2024, 10:42 PM IST
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Success Story: सहारनपुर के रहने वाले सिद्धार्थ गुप्ता ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस परीक्षा (UP PCS Result 2023) में 1st रैंक हासिल की है। वर्तमान में बिजनौर में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। आइए जानते हैं सिद्धार्थ गुप्ता की सफलता की कहानी, उनकी जुबानी।

Success Story: UP PCS 2023 टॉपर सिद्धार्थ गुप्ता के हौंसले इतने बुलंद थे कि सिविल सर्विस परीक्षाओं में बार-बार फेलियर मिलने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। यूपीएससी के तीन अटेम्पट दिए। एक बार इंटरव्यू तक भी पहुंचे, पर फाइनल नतीजों में जगह नहीं मिल सकी। बहरहाल, UP PCS 2022 एग्जाम क्रैक कर पहले नायब तहसीलदार और अब UP PCS 2023 में 1st रैंक हासिल कर एसडीएम बने हैं। कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारियों के बीच काफी उतार-चढ़ाव आएं। माय नेशन हिंदी से सिद्धार्थ गुप्ता ने अपनी जर्नी शेयर की है। आइए डिटेल में जानते हैं।

UPSC के तीन अटेम्पट में निराशा 

सिद्धार्थ गुप्ता ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई सहारनपुर के देवबंद स्थित दून वैली स्कूल से की है। साल 2018 में दिल्ली के हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और फिर सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए। दिल्ली में कोचिंग की, फिर सेल्फ स्टडी जारी रखी। यूपीएससी के तीन अटेम्पट भी दिए। तीनों बार मेंस एग्जाम तक पहुंचे। यूपीएससी 2021 एग्जाम में इंटरव्यू तक भी पहुंचे, पर सफलता नहीं मिली। आम तौर पर लगातार फेलियर मिलने के बाद लोग हिम्मत हार जाते हैं। पर सिद्धार्थ गुप्ता ने हार नहीं मानी। 

लगातार फेलियर के बाद भी नहीं हारी हिम्मत

यूपीएससी एग्जाम में इंटरव्यू तक पहुंचने के बाद भी जब मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया तो उनको निराशा हुई। वह आईएएस बनने से एक कदम दूर रह गए थे। 30 मई 2022 को रिजल्ट आया और 5 जून को प्रीलिम्स का पेपर था। सिद्धार्थ कहते हैं कि उस वक्त परेशान था। पर यह भी तय किया था कि सिविल सर्विस ही ज्वाइन करना है। सीनियर्स से बात की तो उन्होंने सलाह दी कि जितने भी दिन प्रीलिम्स के पेपर में शेष हैं, पढ़ाई करो। फिर पढ़ाई की और प्रीलिम्स निकाला।

हर हफ्ते लगता था नहीं क्लियर हो पाएगा एग्जाम

सिद्धार्थ कहते हैं कि सिविल सर्विस की जर्नी में काफी उतार-चढ़ाव आएं। कई बार फेलियर का भी सामना करना पड़ा। हर हफ्ते लगता था कि एग्जाम क्लियर नहीं हो पाएगा। साथ में यह मोटिवेशन भी रहती थी कि लगातार लगे रहना है। खुद को मोटिवेट करने के लिए फैमिली और एग्जाम की तैयारी कर रहे फ्रेंड्स से बात कर लेता था। बहुत परेशान होता था तो शाम के समय आसपास घूमने निकल जाता था। उससे फ्रेशनेस आती थी।

सोशल लाइफ भी जरुरी, पढ़ाई में निरंतरता जरुरी

सिद्धार्थ गुप्ता कहते हैं कि एस्पिरेंट्स ऐसा पियर ग्रुप बनाएं। जिसमें ऐसे भी लोग हों जो कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे हों। ज्यादा बुक्स के पीछे न भागें। लिमिटेड सोर्सेज से पढ़ाई करें। पढ़ाई में निरंतरता बहुत जरुरी है। जितना समय आपको मिल पा रहा है। उसमें रेगुलर पढ़ाई करें। हार्ड वर्क के साथ स्मार्ट वर्क भी करें। इधर उधर की चीजों में टाइम वेस्ट न करें। पब्लिक या सोशल लाइफ भी रखें। 

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