UPSC Cracker: पिता का साया सिर से उठा...मां संग घर छूटा...अब प्रयागराज की इस बिटिया ने भरी सफलता की उड़ान

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Apr 17, 2024, 10:06 AM IST

Salute To UPSC Cracker: UPSC का एग्जाम क्वालईफाई करना हर उस युवा का सपना हाेता है, जो अपने देश और समाज के लिए कुछ बड़ा करना चाहता है। इसके रुतबे (Status) के आगे बड़ी से बड़ी काॅर्पोरेट जगत की नौकरियां भी युवाओं को रास नहीं आतीं। UPSC एग्जाम 2023 में मूलत: प्रयागराज की रहने वाली वर्धा खान ने भी अपनी मेहनत के बूते सफलता का परचम लहराया है।

Salute To UPSC Cracker: UPSC का एग्जाम क्वालईफाई करना हर उस युवा का सपना हाेता है, जो अपने देश और समाज के लिए कुछ बड़ा करना चाहता है। इसके रुतबे (Status) के आगे बड़ी से बड़ी काॅर्पोरेट जगत की नौकरियां भी युवाओं को रास नहीं आतीं। UPSC एग्जाम 2023 में मूलत: प्रयागराज की रहने वाली वर्धा खान ने भी अपनी मेहनत के बूते सफलता का परचम लहराया है। कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर वर्धा खान ने प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC परीक्षा 2023 में 18वीं रैंक हासिल की है। 24 वर्षीय इस क्वालीफायर का कहना है कि उन्होंने अपनी पहली पसंद के रूप में भारतीय विदेश सेवा (IFS) को चुना है। जिसके जरिए वह वैश्विक मंच पर देश को गौरवान्वित करना चाहती हैं।

 

UPPSC Cracker Wardha Khan ने यूपीएससी परीक्षा में हासिल की कौन सी रैंक?
वर्धा खान का कहना है क हर दूसरे अभ्यर्थी की तरह जब हम अपनी यात्रा शुरू करते हैं तो  इसके साथ ही रिजल्ट लिस्ट में अपना नाम होने का भी सपना देखते हैं। लेकिन टॉप 20 में आना अकल्पनीय था। मैंने टॉप 20 में शामिल होने में सक्षम होने की कल्पना ही नहीं की थी। यह एक सपने जैसा एहसास है। मेरे परिवार में हर कोई बहुत खुश है और गर्व से झूम रहा है। उन्होंने बताया कि मेरा भारतीय विदेश सेवा (IFS) को चुनने के पीछे का मकसद वैश्विक मंचों और बहुपक्षीय संस्थानों में भारत की छवि को आगे बढ़ाना है। साथ ही विदेशों में हमारे भारतीय प्रवासियों की मदद करने की तमन्ना है। 

 

UPPSC Cracker Wardha Khan की मां ने क्यों छोड़ा प्रयागराज?
नोएडा के सेक्टर 82 में विवेक विहार में रहने वाली सुश्री वर्धा खान ने दिल्ली विश्वविद्यालय के खालसा कॉलेज से वाणिज्य (ऑनर्स) में स्नातक की पढ़ाई की है। अपने माता-पिता की इकलौती संतान वर्धा अपनी माँ अफसर जहां के के साथ रहती हैं। उसके पिता का 9 साल पहले 20215 में निधन हो चुका है। पिता के निधन के बाद अफसर जहां बेटी को लेकर नोयडा शिफ्ट हो गईं। अफसर जहां केंद्रीय विद्यालय में टीचर हैं।  वर्धा  का ये दूसरा प्रयास था। पहली बार उन्होंने 2022 में एग्जाम दिया था, तब उनका प्री भी नहीं निकल पाया था। 

 

UPPSC Cracker Wardha Khan सिविल सर्विसेज की तैयारी से पहले क्या करती थी?
वर्धा खान ने बताया कि मैंने 8 महीने तक एक कॉर्पोरेट फर्म  में काम किया। इससे मुझे संतुष्टि नहीं मिली। मैं समाज को कुछ वापस देना चाहती थी और अपने देश के लिए काम करना चाहती थी और लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहती थी। इसीलिए नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी में जुट गई। मैंने घर पर तैयारी की लेकिन पूरे 1 साल तक एक निजी संस्थान से ऑनलाइन कोचिंग भी ली।  वर्धा ने बताया कि वो सोशल मीडिया का अच्छा इस्तेमाल करती थी और कई डाउट उनके सोशल मीडिया से क्लियर हुए। रोज न्यूज पेपर पढ़ती थी ताकि करेंट अफेयर्स ठीक हो सके। 

 

UPPSC Cracker Wardha Khan ने सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वालों को दिए क्या टिप्स?
वर्धा खान का UPSC की तैयारी करने वालों के लिए कहना है कि बिना नियम बनाए हम किसी की तैयारी नहीं कर सकते हैं। सिविल सेवा परीक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण आपको NCERT और लक्ष्मीकांत की पॉलिटिक्स जैसी बुनियादी बातों से बहुत अच्छी तरह परिचित होना होगा। ये बुनियादी किताबें हैं आपकी तैयारी में चार चांद लगा देंगी। आपको मेन एग्जाम के लिए उचित सिलेबस हेड भी बनाना चाहिए और आपके वैकल्पिक को भी नोट्स के साथ तैयार करना चाहिए। 

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