UPSC Success Story:पंजाब के पटियाला की रहने वाली शिविका हंस (Shivika Hans) के एक विचार ने किस्मत बदल दी। तीसरे प्रयास में यूपीएससी 2023 में 300वीं रैंक हासिल की। आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी
UPSC Success Story: आईआईटी-आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से ही पढ़े बच्चे यूपीएससी में सक्सेस होते हैं। एस्पिरेंट्स के बीच कई वर्षों से यह मिथक पल रहा है। पंजाब के पटियाला की रहने वाली शिविका हंस (Shivika Hans) ने उस मिथक को तोड़ने का काम किया है। स्थानीय कॉलेज से बीए करने वाली शिविका ने यूपीएससी 2023 में 300वीं रैंक हासिल की है। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें सिविल सर्विसेज में जाने का विचार आया। सकारात्मक माहौल और सपोर्ट मिला तो प्रयास शुरू कर दिया।
एसडी कॉलेज, चंडीगढ़ से ही अंग्रेजी में बीए
शिविका हंस पटियाला के राजपुरा शहर की रहने वाली हैं। शुरूआती दिनों से ही पढ़ाई में होशियार थीं। शहर के होली एंजेल स्कूल से पढ़ाई की। 10वीं क्लास में 94 फीसदी अंक हासिल किए। फिर एसडी स्कूल, चंडीगढ़ से 12वीं पास की और एसडी कॉलेज, चंडीगढ़ से ही अंग्रेजी में बीए (ऑनर्स) की डिग्री ली। अंग्रेजी में जीसीजी-11 चंडीगढ़ से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही हैं।
पढ़ाई के दौरान IAS बनने का आया विचार
शिविका को पढ़ाई के दौरान ही IAS बनने का विचार आया तो यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में जुट गईं। पहले दो प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली। यह एग्जाम काफी टफ माना जाता है। हर साल लाखो एस्पिरेंट्स अपनी किस्मत आजमाते हैं। एक प्रतिशत से कम लोगों को ही सफलता मिल पाती है। यह सब जानते हुए भी उन्होंने अपना प्रयास जारी रखा और यूपीएससी 2023 में 300वीं रैंक हासिल कर अपना सपना पूरा किया।
पिता चलाते हैं फोटोग्राफी की दुकान, मां हाउस वाइफ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिविका हंस के पिता राजपुरा शहर में व्यवसायी हैं, फोटोग्राफी की दुकान चलाते हैं। मां हाउस वाइफ हैं। परिवार में एक छोटा भाई और एक बहन है। उन्होंने यूपीएससी में आप्शनल सब्जेक्ट के रूप में सोशल साइंस का चयन किया था। खुद सेल्फ स्टडी की। खास है कि अब तक परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं रहा है। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली शिविका ने कई मिथकों को तोड़ा है। उनकी कहानी यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए प्रेरणादायक है।