सेनाध्यक्ष बिपिन रावत की इस बात से थर्रा जाएगा पाकिस्तान

By Team MyNationFirst Published Sep 12, 2019, 4:46 PM IST
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भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने आज यह बोलकर सनसनी फैला दी है कि उनकी फौज कभी  भी पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। हालाकि उन्होंने कहा कि इस बारे में आखिरी फैसला सरकार को ही लेना है। लेकिन यदि हमें आदेश मिले तो कभी भी हम पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। 
 

अमेठी: भारतीय सेना के सर्वोच्च अधिकारी जनरल बिपिन रावत ने ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर पाकिस्तान के होश उड़ जाएंगे। उन्होंने दुश्मन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि भारतीय सेना कभी भी नियंत्रण रेखा के उस पार जाकर पाक अधिकृत कश्मीर में जाकर ऐक्शन लेने के लिए तैयार है। 

जनरल रावत के मुताबिक इसके लिए उन्हें महज सरकार के निर्देश का निर्देश का इंतजार रहेगा। 

दरअसल जनरल रावत केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह के उस बयान का जवाब दे रहे थे। जिसममें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान से अब बात बस पाक अधिकृत कश्मीर पर होगी। अनुच्छेद 370  को समाप्त करने के बाद हमारा अगला एजेंडा पाकिस्तान  के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है।'

जितेन्द्र सिंह के इसी बयान पर जब सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने पाकिस्तानियों को दहशत में डालने वाला यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘इस तरह के मामलों में सरकार फैसला लेती है, देश का संस्थान (भारतीय सेना) सरकार के आदेश के अनुसार काम करेगा, सेना हमेशा तैयार है।’

Army Chief, General Bipin Rawat on Union Minister Jitendra Singh's statement, “Next agenda is retrieving PoK & making it a part of India”: Govt takes action in such matters. Institutions of the country will work as per the orders of the govt. Army is always ready. pic.twitter.com/RUS0eHhBXB

— ANI (@ANI)

सेनाध्यक्ष ने केन्द्रीय मंत्री के बयान पर खुशी भी जाहिर की है। उनका कहना था कि पीओके को लेकर सरकार ने जो बयान दिया है उसे सुनकर बहुत खुशी हुई है। इसके लिए सेना पूरी तरह तैयार है।  जब भी आदेश होगा हम कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

भारत में पिछले दिनों पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कुछ दिनों पहले कह चुके हैं कि पाकिस्तान से अब कोई भी बातचीत पीओके को लेकर ही होगी। 

गृहमंत्री अमित शाह ने भी  6 अगस्त को संसद में बयान दिया था कि हम जान दे देंगे, लेकिन पीओके लेकर रहेंगे।

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