दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में भीषण आग लगने की खबर है। यहां फायर ब्रिगेड की 35 गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं। चिंताजनक यह है कि देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली बेहद नाजुक हालत में एम्स में ही भर्ती हैं। उनका वार्ड घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है।
नई दिल्ली: दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के इमरजेंसी वार्ड के बगल में स्थित टीचिंग ब्लॉक की दूसरी मंजिल में आग भड़क गई है। जिसकी वजह से इमरजेंसी वार्ड को खाली कराना पड़ा है। आग सबसे पहले शाम पांच बजे दिखी। जिसकी वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है।
आग की वजह से इमरजेंसी वार्ड में बिजली काट दी गई है और इमरजेंसी के मरीजों को दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद अन्य लोगों को धुंए से बचाने के लिए हटा लिया गया है।
खबरों के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है। आग लगते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। हर तरफ धुआं फैल गया है। बताया जा रहा है कि आग टीचिंग ब्लॉक में लगी है, जो कि शाम के समय यह खाली रहता है। यहां कई लैब्स और प्रोफेसरों के केबिन हैं।
Delhi: 34 fire tenders present at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), after a fire broke out in PC block (a non-patient block) near the emergency ward on the 2nd floor. No causality reported till now. pic.twitter.com/XZ7GKcHxp7
— ANI (@ANI)आग भड़कने की वजह से अग्निशमन कर्मचारी शीशे को तोड़कर अंदर दाखिल हुए। जिस टीचिंग ब्लॉक में आग लगी थी। वह एक नॉन-पेशेंट ब्लॉक है यानी वहां मरीज नहीं रहते। ब्लॉक में रिसर्च लैब, डॉक्टर्स रूम आदि है। हालांकि, यह AIIMS के इमर्जेंसी वॉर्ड से सटा हुआ है। इसी वजह से इमर्जेंसी वॉर्ड को खाली करा दिया गया है और वहां से मरीजों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया है। आग से प्रभावित होने वाले हिस्सों में इमर्जेंसी लैब, बी ब्लॉक, वॉर्ड एबी1 और सुपरस्पेशलिटी ओपीडी एरिया शामिल हैं।
राहत की बात यह है कि आग की वजह से किसी मरीज को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं मिली है। लेकिन चिंताजनक यह है कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली एम्स के ही कार्डियो-न्यूरो सेंटर के इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती हैं। हालांकि वह जिस जगह पर हैं वह आईसीयू एक दूसरी बिल्डिंग में है।
फायर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें लैंडलाइन नंबर पर लगभग शाम 5 बजे फोन आया कि एम्स में आग लग गई है। जिसके बाद तुरंत ही दमकल विभाग की गाड़ियों को मौके पर रवाना कर दिया गया था। इसी साल 2019 के मार्च में भी एम्स के ग्राउंड फ्लोर पर ऑपरेशन थिएटर के नजदीक स्थित ट्रॉमा सेंटर में आग लग गई थी।