पाकिस्तानियों से कश्मीर में शांति देखी नहीं जा रही है। खुफिया विभाग ने पाकिस्तानियों की घाटी में मौजूद कश्मीरियों से बातचीत पकड़ी है। जिसमें सीमा पार से लोगों को भड़काते हुए कहा गया कि 'तुम लोग क्या कर रहे हो, वहां इतने सेब से भरे ट्रक कैसे चल रहे हैं। क्या तुम उनको रोक नहीं सकते हो, तुम्हारे लिए क्या अब चूड़ियां भिजवा दें'? राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कश्मीर के हालातों के बारे में जानकारी देते हुए यह राज खोला है।
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर से लौटने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने वहां के हालातों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा भड़कती हुई देखने के लिए बेचैन हो रहा है।
कश्मीर में शांति से बौखलाए हुए हैं पाकिस्तानी हुक्मरान
डोभाल ने बताया कि सीमा से 20 किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान के कम्युनिकेशन टावर हैं। हमने अपनी मशीनों से उनकी बातचीत पकड़ी है। जिसमें पाकिस्तानी कश्मीर में अपने पिट्ठुओं से बोल रहे हैं कि तुम लोग क्या कर रहे हो... वहां (कश्मीर में) इतने सेब से भरे ट्रक कैसे चल रहे हैं। क्या तुम उनको रोक नहीं सकते हो... तुम्हारे लिए क्या अब चूड़ियां भिजवा दें?
NSA Ajit Doval: There are Pakistani communication towers 20 kilometers along border ,they are trying send messages, we heard intercepts, they were telling their men here 'how so many apple trucks are moving, can’t you stop them? Should we send you bangles?' https://t.co/9rou0RVMG0
— ANI (@ANI)घुसपैठ की कोशिश में पाकिस्तानी आतंकी
अजित डोभाल ने इस राज से पर्दा उठाया है कि ऐसे 230 पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान हुई है जो भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं। इसमें से कुछ पाकिस्तानी आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की है जिन्हें पकड़ लिया गया है। डोभाल ने कहा कि हम पाकिस्तानी आतंकियों से जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अधिकतकर पाबंदियां हटाई गईं
डोभाल के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। राज्य के भौगोलिक क्षेत्र के 92.5 फीसदी हिस्से से पाबंदियां हटा ली गई हैं। जम्मू-कश्मीर के 199 पुलिस थाना क्षेत्रों में से केवल 10 में ही पाबंदियां लागू हैं। लैंड लाइन फोन सेवाएं 100 फीसदी बहाल कर दी गई हैं।
आम कश्मीरी हैं हमारे साथ
डोभाल ने जमीनी स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि अधिकांश कश्मीरी अनुच्छेद-370 हटाने के समर्थन में हैं। राज्य के लोग सरकार के फैसले को बेहतरी, आर्थिक खुशहाली और रोजगार के अवसरों के तौर पर देख रहे हैं।
बस कुछ ही शरारती तत्व हैं जो सरकार के कदम का विरोध कर रहे हैं। जहां तक नेताओं की हिरासत या नजरबंदी का सवाल है तो यह कदम कानून के तहत राज्य में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। ये लोग अपनी नजरबंदी को अदालतों में चुनौती दे सकते हैं। हम पाकिस्तानी आतंकियों से राज्य के लोगों की रक्षा के लिए तत्पर हैं। इसके लिए यदि हमें कुछ पाबंदियां लगानी पड़ी तो हम वह भी करने के लिए तैयार हैं।
सरकार का साथ दे रहे कश्मीरी हैं पाकिस्तान के निशाने पर
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बताया कि पाकिस्तान घाटी में मौजूद आतंकियों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करके राज्य में आतंक फैलाने की कोशिशें कर रहा है। शनिवार को राज्य के एक बड़े फल विक्रेता हमिदुल्लाह राठर की हत्या की कोशिश की गई। उनके ट्रक को रोका गया लेकिन वह वहां नहीं मिले। एक दुकानदार को केवल इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उसने अपनी दुकान खोल रखी थी।
हर तरह का प्रतिबंध हटाना चाहता है भारत
डोभाल ने बाताया कि हम सभी प्रतिबंधों को हटाना चाहते हैं। यदि पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ बंद कर दे तो हम प्रतिबंध हटा सकते हैं। दरअसल, इन घटनाओं के बहाने पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय जगत को दिखाने की कोशिश कर रहा है कि कश्मीर में हालात खराब हैं। लेकिन उस समझ जाना चाहिए कि श्रीनगर में हर दिन 750 ट्रकों का आवागमन हो रहा है।