जिलाधिकारी के पास पहुंचे सात मुर्दे, मांगी अपनी जिंदगी के लिए पेंशन

By Team MyNation  |  First Published Sep 11, 2019, 6:30 PM IST

उत्तर प्रदेश के बदायूँ जिले मे ग्राम प्रधान और सचिव की बड़ी लापरवाही सामने आयी हैं सचिव ने गांव के ही सात जिंदा लोगों को मृतक बना दिया । जिससे गांव के सातो जिंदा लोगों की पेंशन बंद हो गयीं । मामला जिलाधिकारी के संज्ञान मे आया तो उन्हो़ने कठोर कारवाई के आदेश देकर उन सभी की पेंशन को तत्काल चालू कराया है ।
 

बदायूं: यहां के जिलाधिकारी कार्यालय में आज एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है । जब एक ही गांव के कुछ लोग जिला अधिकारी से मिलने पहुंचे और उन्होंने बताया कि ग्राम पर तैनात सचिव ने उन्हें अभिलेखों में मृत दर्शा दिया है । उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन के सत्यापन के दौरान गांव के 7 जिंदा लोगों को मृत दर्शा दिया गया । जिससे उन सभी की वृद्धावस्था पेंशन रुक गई है । पेंशन रुकने पर जब उन्होंने जानकारी की तो पता लगा कि वह अभिलेखों में मृत दर्शाए गए हैं। वही डीएम ने इस मामले में सचिव को दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया है ।


जिले के विकासखंड सलारपुर के गांव हुसैन करौतिया का जहाँ सचिव और प्रधान ने गांव के ही सात लोगों को मृतक बताकर उनकी पेंशन बंद कर दी जिससे गांव के लोग अपने जिंदा होने के सबूत लेकर घूम रहे हैं पूर्व प्रधान ने बताया की सचिव और प्रधान ने मिलकर 60 वर्षीय पेंशन सत्यापन रजिस्टर मे सात लोगों को म्रत दर्शा दिया जिससे उनकी पेंशन बंद कर दी गयी हैं । वहीं गांव के पूर्व प्रधान का कहना है कि हमारे गांव के 7 लोग जिसमें निसार हुसैन, अफसर, अलाउद्दीन, चंपा, मिराजन ,अकीला, और अफसर, को गांव में तैनात सचिव द्वारा अभिलेखों में मृत दर्शा दिया गया है जिससे इन लोगों की वृद्धावस्था पेंशन रुक गई है आज ईसी की शिकायत लेकर हम जिलाधिकारी से मिलने आए हैं जबकि यह सभी लोग जिंदा हैं।

पीड़ितो की शिकायत पर डीएम दिनेश कुमार सिंह ने तुरंत पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी को तलब करते हुए रिपोर्ट मांगते हुए सचिव का सत्यापन रजिस्टर तलब कर कड़ी कारवाई के निर्देश दिए हैं । साथ ही सभी दर्शाए गये मृतकों की तत्काल पेंशन चालू कराने के निर्देश दिए हैं । डीएम दिनेश कुमार ने बताया की पूरे मामले की जांच कराई जा रही जल्द कठोर कारवाई होगी और सचिव को सस्पेंड किया जाएगा ।
 

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