“मेक इन इंडिया” से हो रहा है रेलवे का कायाकल्प

By dhananjay Rai  |  First Published Aug 29, 2018, 3:36 PM IST

यह कोच एलएचबी प्लेटफॉर्म पर निर्मित है और सिंगल विंडो के माध्यम से सभी सेंसरों की स्थिति की निगरानी के लिए केंद्रीकृत कंप्यूटर और अत्याधुनिक सेंसरों से लैस है। कोच एक्सल बॉक्स पर कंपन आधारित सेल्फ पावर हार्वेस्टिंग सेंसर बियरिंग व्हील दोष और ट्रैक पर हार्ड स्पॉट का अनुमान लगायेगा। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘’मेक इन इंडिया’’ के तहत रायबरेली स्थित मॉर्डन कोच फैक्ट्री ने रेल यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए नए स्मार्ट कोच का निर्माण किया है। इस स्मार्ट कोच को बनाने में पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक का प्रयोग किया गया है। रेलवे की यौजना है कि आने वाले कुछ दिनों इस फैक्ट्री से 100 नए कोच बनाए जाएंगे।  


यह कोच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर इस नव निर्मित“स्मार्ट कोच” का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ मार्डन कोच फैक्टरी, रायबरेली के महाप्रबंधक श्री राजेश अग्रवाल, उत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री अरून अरोरा तथा यांत्रिक विभाग के अन्य उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे। लोहानी अत्याधुनिक तकनीक से युक्त “स्मार्ट कोच” को देखकर आश्वस्त दिखे। 
 
यह कोच एलएचबी प्लेटफॉर्म पर निर्मित है और सिंगल विंडो के माध्यम से सभी सेंसरों की स्थिति की निगरानी के लिए केंद्रीकृत कंप्यूटर और अत्याधुनिक सेंसरों से लैस है। कोच एक्सल बॉक्स पर कंपन आधारित सेल्फ पावर हार्वेस्टिंग सेंसर बियरिंग व्हील दोष और ट्रैक पर हार्ड स्पॉट का अनुमान लगायेगा। 
कोच में जीपीएस आधारित यात्री उदघोषणा और सूचना प्रणाली और डिजिटल गंतव्य बोर्ड लगा होगा जिससे यात्रियों को सुविधा होगी।  यात्री सूचना प्रणाली यात्रियों को ट्रेन के अगले स्टेशन के बारे में सूचित करेगी और अगले स्टेशन पर आने का अपेक्षित समय भी दर्शायेगी।  
जल स्तर सूचक पानी के रिफिलिंग की आवश्यकता के बारे में एसएमएस के माध्यम से रखरखाव कर्मचारियों की अग्रिम जानकारी दे सकता है।
  
दूरस्थ स्थान से चलती हुई रेलगाड़ी के एसी तापमान की निगरानी की जा सकती है और आवश्यकता पड़ने पर यात्रियों के आराम को बढ़ाने के लिए तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है। यह प्रणाली ब्रेक सिस्टम की निगरानी करने में भी सक्षम है और सिस्टम में किसी भी त्रुटि के बारे में अनुरक्षण कर्मचारियों को अग्रिम रूप से सूचित कर सकती है ताकि सुधारात्मक कार्रवाई और रखरखाव की योजना बनाई जा सके।
 
कोच रेलयात्रियों (विशेष रूप से महिला और बच्चे) और ट्रेन के गार्ड के बीच परस्पर सम्पर्क स्थापित करने के लिए आपातकालीन टॉक बैक सिस्टम भी प्रदान किया गया है ताकि आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। कोच में वाई-फाई हॉट स्पॉट सूचना प्रणाली भी प्रदान की गई है। यात्री स्वयं डिवाइस से जुड़ सकते हैं और अपने मोबाइल फोन, टैब और लैपटॉप पर फिल्म, गाने और सरकारी योजना आदि जैसे कार्यक्रम देख सकते है।
 
 

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