वीर अभिनंदन ने गिरफ्तारी से पहले गिरा दिया था पाकिस्तानी एफ 16: रिपोर्ट

By Siddhartha Rai  |  First Published Mar 1, 2019, 2:51 PM IST

विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को गिरफ्तारी से पहले काफी मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ा था। जब तब उन्हें पाकिस्तानी फौज ने गिरफ्तार नहीं किया था, तब तक उनका संघर्ष स्थानीय लोगों से चलता रहा। 

अभिनंदन वर्थमान, जो कि मिग-21 बाइसन उड़ा रहे थे, उन्होंने हवाई संघर्ष में पाकिस्तानी एयरफोर्स के एफ 16 लड़ाकू विमान को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से गिरा दिया। 

इस बीच पाकिस्तानी एयर फोर्स अब तक इस बात से इनकार कर रही है कि उसके दो सीटों वाले एफ 16 लड़ाकू विमान को पुरानी पीढ़ी के मिग 21 ने गिरा दिया। भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी कि एफ 16 के साथ मारे गए पाकिस्तानी वायुसेना के विंग कमांडर का नाम शहजाजउद्दीन था, जो कि 19 स्क्वैड्रन में पोस्टेड थे। यही स्क्वैड्रन 19 ही पाकिस्तानी वायुसेना में एफ 16 विमान उड़ाती है। शहजाज एयर मार्शल वसीमउद्दीन के बेटे थे, जो कि पाकिस्तानी वायुसेना के डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ(ऑपरेशन) के पद पर हैं।    

मिग-21 बाइसन के पायलट अभिनंदन वर्थमान ने गिरफ्तारी से पहले अपने सभी दस्तावेजों को नष्ट कर दिया। कुछ दस्तावेज वह निगल गए जबकि कुछ को एक तालाब में डुबा दिया और स्थानीय लोगों द्वारा घेरे जाने पर भारत माता की जय का नारा बुलंद किया। यह सभी विवरण पाकिस्तान के अखबार डॉन के हवाले से प्राप्त हुए हैं। 

जब अभिनंदन का पैराशूट जमीन पर उतरा तो उन्होंने स्थानीय लोगों से पूछा कि यह भारत है या पाकिस्तान और फिर भारत माता की जय का नारा लगाया। 

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक अभिनंदन ने लगभग आधे किलोमीटर दूर तक दौड़ लगाई और अपना पीछा कर रहे स्थानीय युवाओं से पीछा छुड़ाने के लिए अपनी पिस्तौल से हवाई फायर भी किया। 
अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि अभिनंदन ने स्थानीय लोगों को डराने के लिए हवाई फायर करने से बाद अपने पास मौजूद दस्तावेजों को नष्ट कर दिया। ‘ तेज चाल से वहां से भागने की कोशिश करते हुए अभिनंदन ने स्थानीय लोगों को डराने के लिए हवा में कुछ और गोलियां चलाईं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। फिर वह एक छोटे से तालाब में कूद गए जहाँ उसने अपनी जेब से कुछ दस्तावेज और नक्शे निकाले, जिनमें से कुछ को उसने निगल लिया और बाकी को पानी में डुबा दिया।’

रिपोर्ट के मुताबिक जब तक पाकिस्तानी सेना के जवानों ने वहां पहुंचकर अभिनंदन को अपने कब्जे में नहीं लिया तब तक अभिनंदन खुद को काबू करने की कोशिश करने वाले स्थानीय लोगों की भीड़ से जूझते रहे। इस टकराव के दौरान उनके उपर पत्थरों से जानलेवा हमले किए गए।  

रिपोर्ट में बताया गया कि पकड़े जाने के बाद अभिनंदन को सेना के भिम्बर इलाके में स्थित हेडक्वार्टर में ले जाया गया। 
 

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