विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग की समस्याएं कम नहीं हो रही है। लेकिन उसकी समस्या अब हवाई जहाज में सफर करने वालों को भुगतना पड़ा रहा है। उन्हें किराये के लिए अपनी जेब से कई गुना ज्यादा किराया देना पड़ रहा है। भारत समेत कई देशों द्वारा बोइंग के 737 मैक्स विमानों को परिचालन से बाहर करने के बाद अब अमेरिका ने भी इन विमानों को खड़े करने का आदेश जारी कर दिए हैं।
नई दिल्ली।
देश में हवाई किराया अब आसमान छूने लगा है। इथियोपिया में हुई हालिया विमान दुर्घटना और जेट एयरवेज में आए आर्थिक संकट के बाद लोगों को करीब दो गुना बढ़ा किराया देना पड़ रहा है। इसके साथ ही होली के कारण भी एयरलाइंस ने किराये में बढ़ोत्तरी कर दी है।
विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग की समस्याएं कम नहीं हो रही है। लेकिन उसकी समस्या अब हवाई जहाज में सफर करने वालों को भुगतना पड़ा रहा है। उन्हें किराये के लिए अपनी जेब से कई गुना ज्यादा किराया देना पड़ रहा है। भारत समेत कई देशों द्वारा बोइंग के 737 मैक्स विमानों को परिचालन से बाहर करने के बाद अब अमेरिका ने भी इन विमानों को खड़े करने का आदेश जारी कर दिए हैं। इसका सीधा असर अब यात्रियों पर पड़ रहा है।
इसके साथ ही देश में जेट एयरवेज में चल रहे आर्थिक संकट के कारण हवाई किराये में कई गुना ज्यादा वृद्धि हो गयी है। गौरतलब है कि रविवार को बोइंग का एक 737 मैक्स विमान इथियोपिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 157 लोगों की मौत हो गई। यही नहीं इससे पहले भी अक्टूबर में इंडोनेशिया में भी एक 737 मैक्स दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें 189 लोगों की मौत हुई थी। लिहाजा इसके लिए बोइंग के विमानों को बड़ा कारण माना जा रहा है। फिलहाल देश में 737 मैक्स विमान के परिचालन को रोके जाने और कई अन्य कारणों से कई विमानन कंपनियों द्वारा परिचालन रद्द किए जाने से हवाई यात्रियों को अधिक हवाई किराए और कम विमान विकल्प की विकट संभावनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली-मुंबई, मुंबई-चेन्नई, मुंबई कोलकाता और मुंबई-बेंगलुरू जैसे मुख्य मार्गों पर हवाई किराए में पिछले साल इस वक्त की तुलना में कई गुना वृद्धि हुई है। मुंबई-चेन्नई के लिए मौजूदा किराया 26,073 रुपये तक पहुंच गया है जबकि पिछले साल इसी अवधि में किराया 5,369 रपए था।