इस विमान ने तीन जून को असम के जोरहाट से चीन की सीमा के पास मेंचुका के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के करीब 33 मिनट बाद विमान लापता हो गया।
वायुसेना के एम17 हेलीकॉप्टर को अरुणाचल में चीन सीमा के पास लापता हुए वायुसेना के एन-32 विमान का मलबा दिख गया है। अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग के लीपो में विमान के कुछ हिस्से देखे गए हैं। एम 17 हेलीकॉप्टर मलबे तक पहुंचने की कोशिश कर रहे है।
वायुसेना ने ट्वीट कर कहा, 'टाटो के पूर्वोत्तर स्थित लीपो के 16 किलोमीटर उत्तर में एएन 32 का मलबा देखा गया है। वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर इस इलाके में सर्च कर रहे हैं।'
The wreckage of the missing was spotted today 16 Kms North of Lipo, North East of Tato at an approximate elevation of 12000 ft by the Mi-17 Helicopter undertaking search in the expanded search zone..
— Indian Air Force (@IAF_MCC)एक अन्य ट्वीट में वायुसेना ने कहा है कि विमान में सवार लोगों का पता लगाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। विमान के बारे में और जानकारी मिलने के बाद इसे साझा किया जाएगा।
Efforts are now continuing to establish the status of occupants & establish survivors. Further details will be communicated as the recovery actions progress.
— Indian Air Force (@IAF_MCC)इस विमान की तलाश के लिए तीनों सेनाओं ने अपने-अपने संसाधनों को झोंक रखा है। दुर्गम इलाके और खराब मौसम के कारण खोज एवं बचाव अभियान में दिक्कत आ रही थी। वायुसेना ने चार एमआई-17 हेलीकॉप्टर, तीन एडवांस हल्के हेलीकॉप्टर, दो सुखोई-30 विमान, एक सी-130जे मालवाहक विमान खोज अभियान में लगा रखा है। सेना के एक ड्रोन भी खोज अभियान में लगा रखा है। इसके अलावा सेना के दो हेलीकॉप्टर भी लापता विमान का पता लगाने में जुटे है। सेना की पैदल टुकड़ी भी संभावित घटनास्थल की ओर भेजी गई। नौसेना के पीआई8 विमान की सेवाएं भी ली गईं।
इस विमान ने तीन जून को असम के जोरहाट से चीन की सीमा के पास मेंचुका के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के करीब 33 मिनट बाद विमान लापता हो गया। जमीनी नियंत्रण कक्ष से इसका आखिरी संपर्क दोपहर एक बजे हो पाया था। विमान में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे।