जानें क्यों चुनावों के बीच धरने पर बैठे चंद्रबाबू नायडू

By Team MyNationFirst Published Apr 5, 2019, 11:28 AM IST
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू धरने पर बैठे हुए हैं जबकि लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। हालांकि नायडू पहले भी कई मुद्दों को लेकर धरने पर बैठे हैं। लेकिन इस बार चंद्रबाबू नायडू टीडीपी उम्मीदवारों पर आयकर विभाग के छापों का विरोध कर रहे हैं। हालांकि ये छापे चुनाव आयोग के निर्देश पर चल रहा है।


आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू धरने पर बैठे हुए हैं जबकि लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। हालांकि नायडू पहले भी कई मुद्दों को लेकर धरने पर बैठे हैं। लेकिन इस बार चंद्रबाबू नायडू टीडीपी उम्मीदवारों पर आयकर विभाग के छापों का विरोध कर रहे हैं। हालांकि ये छापे चुनाव आयोग के निर्देश पर चल रहा है।

फिलहाल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू विजयवाड़ा में धरने पर बैठे हुए हैं। चंद्रबाबू नायडू का कहना है कि आयकर विभाग टीडीपी के नेताओं पर छापेमारी कर रही है। जिसमें केन्द्र सरकार की भूमिका है। वह छापेमारी का कड़ा विरोध कर रहे हैं। लिहाजा आज वह टीडीपी उम्मीदवारों और समर्थकों के साथ विजयवाड़ा में धरने पर बैठ हैं। पिछले कुछ दिनों के दौरान आयकर के छापे में दक्षिणी राज्यों में अवैध संपत्ति जब्त की गयी है। इसमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य प्रमुख हैं।

वहीं ज्यादातर छापे वहां पर सत्ताधारी पार्टी के विधायकों और नेताओं पर हो रहे है और उनके पास से अवैध धन भी मिल रहा है। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने बुधवार को टीडीपी उम्मीदवार पुत्ता सुधाकर यादव के आवास पर छापा मारा था। जिसके बाद नायडू ने आयकर विभाग पर आरोप लगाना शुरू कर दिया था। उनका कहना था कि ये केन्द्र सरकार के दबाव में हो रहा है। फिलहाल टीडीपी नेता सुधाकर यादव ने इसे चुनावी साजिश बताया है और उनका कहना था कि उनकी कंपनी ने सभी करों का भुगतान कर दिया है।

हालांकि आयकर विभाग चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के तहत काम करता है और इसके लिए अलग टीमें बनाई जाती हैं, जो सूत्रों पर आधारित सूचनाओं के मुताबिक छापेमारी करती हैं। क्योंकि चुनाव के दौरान अवैध धन का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ समय पहले नायडू दिल्ली में भी केन्द्र सरकार के विरोध में धरने पर बैठे थे और उनका कहना था कि केन्द्र सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा नहीं दे रहा है। दिल्ली में नायडू के धरने पर कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया था।

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