आणंद के जिला विकास अधिकारी अमित प्रकाश यादव और उनकी जज पत्नी चित्रा ने एक मिशाल कायम की है। उन्होंने एक ऐसी नन्हीं मासूम को गोद लिया है, जिसके जन्म लेते ही उसकी मां दुनिया छोड़कर चली गई। इस मासूम को जज चित्रा ने स्तनपान कराया और फिर उसे गोद ले लिया। इस बच्ची का नाम उन्होंने माही रखा है।
अहमदाबाद। गुजरात के आणंद के जिला विकास अधिकारी अमित प्रकाश यादव और उनकी जज पत्नी चित्रा ने एक मिशाल कायम की है। उन्होंने एक ऐसी नन्हीं मासूम को गोद लिया है, जिसके जन्म लेते ही उसकी मां दुनिया छोड़कर चली गई। इस मासूम को जज चित्रा ने स्तनपान कराया और फिर उसे गोद ले लिया। इस बच्ची का नाम उन्होंने माही रखा है।
आंख खोलते ही मां का साया खोने वाली नवजात बच्ची माही को इस दंपत्ति ने गोद लिया है ताकि उसका भविष्य उज्जवल हो सके। हालांकि अमित प्रकाश का पहले से ही एक बेटा है और दोनों माही को अपने घर लाकर काफी खुश हैं। उनके इस प्रयास की पूरे राज्य में तारीफ हो रही है।
जानकारी के मुताबिक आणंद के पास स्थित वासद गांव के आरोग्य केंद्र अस्पताल में एक स्थानीय महिला ने बेटी को जन्म देने के बाद दम तोड़ दिया। इस महिला की पहले से ही दो बेटियां थी। इस नवजात अपनी मां का स्तनपान भी नहीं कर पाई थी और ये भूख से तड़फ रही थी।
बच्ची के होने पर पिता भी काफी दुखी थे क्योंकि उसकी पहले से ही दो बेटियां थी। उसके सामने ये सवाल था कि इन तीन बच्चों की देखरेख वह कैसे करेगा और कैसे उनका पालन होगा।जब इस बात की जानकारी आणंद के जिला विकास अधिकारी अमित प्रकाश यादव को मिली, तो वह अस्पताल पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली।
इसकी जानकारी उन्होंने अपनी पत्नि चित्रा को दी तो वह भी फौरन अस्पताल चली आई और उन्होंने बच्ची को तुरंत स्तनपान कराया। इसके बाद नवजात के परिवार की स्थिति देखकर अमित प्रकाश यादव और उनकी पत्नी चित्रा ने बच्ची को अपनाने का फैसला लिया।
इस बच्ची का जन्म वहां की मही नदी के किनारे स्थित वासद गांव के अस्पताल में हुआ था, जिसके बाद अमित प्रकाश और उनकी पत्नी ने इसका नाम 'माही' रखा है। माही को पाकर दोनों खुश हैं और पूरे जिले में उनकी तारीफ हो रही है।