बेंगलुरु का रहने वाला मोहम्मद याह्या 2009 में देश छोड़कर भाग चुका था। उसको भारत लाए जाने से एक उम्मीद जरुर बंधी है, कि देश की जनता का पैसा लेकर जो भी धोखेबाज विदेश भागा है, उसे हमारी एजेन्सियां खींचकर ले आएंगी और सजा दिलाएंगी।
बैंकों का करोड़ो रुपया लेकर विदेश भागने वालों के लिए यह खबर परेशान करने वाली है। नीरव मोदी और विजय माल्या के जैसे एक धोखेबाज को भारत वापस लाने में सरकार को कामयाबी मिली है।
सीबीआई ने 9 साल पहले बैंकों से घोटाला करके बहरीन भागे एक शख्स को गिरफ्तार करके भारत लाने में सफल हुई है।
47 साल के इस शख्स का नाम मोहम्मद याह्या है। वह 2003 में बेंगलुरु के कुछ बैंकों से घोटाला करके विदेश भाग गया था।
उसको बहरीन से गिरफ्तार किया गया। उसपर भारतीय एजेंसियों की नजर पिछले काफी समय से थी।
मोहम्मद याह्या को कुछ समय पहले बहरीन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों से उसकी पहचान करवाई गई।
इसके बाद उसे एयर इंडिया की फ्लाइट से बहरीन से सीधा दिल्ली लाया गया था। फिर आगे की जांच के लिए उसे बेंगलुरु लेकर जाया गया।
सीबीआई ने मोहम्मद याह्या के खिलाफ 2009 में जांच शुरू की थी, तबतक वह देश छोड़कर भाग चुका था। उसने बैंकों के 46 लाख रुपए का घोटाला किया था।
हालांकि यह रकम नीरव मोदी या विजय माल्या की तुलना में बेहद कम है।
लेकिन मोहम्मद याह्या को भारत लाए जाने से एक उम्मीद जरुर बंधी है, कि भारत की जनता का पैसा लेकर जो भी धोखेबाज विदेश भागा है, उसे हमारी एजेन्सियां खींचकर ले आएंगी और सजा दिलाएंगी।
सरकार ने बैंक फ्रॉड और आर्थिक अपराध करके भागे हुए 28 भगोड़ों की लिस्ट जारी की है। इसमें 6 महिलाओं का नाम भी शामिल है। यह सब विदेश में रह रहे हैं।