पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ये तो नहीं सोचा होगा कि वह जब गुलाम कश्मीर की एसेंबली में अपना भाषण देंगे तो सड़कों पर लोग उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इमरान खान जब भाषण दे रहे थे तो लोग बाहर इमरान कान 'वापस जाओ' और गो बैक के नारे लगा रहे थे।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अब गुलाम कश्मीर में भी जलालत झेलनी पड़ी है। पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुलाम कश्मीर की एसेंबली को संबोधित किया। लेकिन इसके विरोध में पाक अधिकृत कश्मीएर के लोग सड़कों पर उतर आए और गो बैक इमरान और इमरान खान वापस जाओ के नारे लगाए। यही नहीं पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान में भी तेजी से विरोध शुरू हो गया है।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ये तो नहीं सोचा होगा कि वह जब गुलाम कश्मीर की एसेंबली में अपना भाषण देंगे तो सड़कों पर लोग उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इमरान खान जब भाषण दे रहे थे तो लोग बाहर इमरान कान 'वापस जाओ' और गो बैक के नारे लगा रहे थे।
गुलाम कश्मीर के लोगों ने सड़क पर उतरकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का विरोध प्रदर्शन किया। दो दिन पहले यानी 14 अगस्तर को इमरान खान मुजफ्फराबाद पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने अपने आधा घंटे के भाषण में सबसे ज्यादा पीएम नरेन्द्र मोदी का नाम लिया और संघ का भी। वहां पर इमरान खान के चेहरे पर खौफ देखा जा रहा था।
क्योंकि अब इमरान खान को लग रहा कि गुलाम कश्मीर की जनता खासतौर से गिलगित और बाटलिस्तान के लोग बगावत कर सकते हैं। कश्मीर से 370 हटाए जाने के बाद इन दोनों इलाकों ने भी कश्मीर में शामिल होने की इच्छा जताई थी।
सोशल मीडिया में कई लोगों की विडियो सामने आए हैं। फिलहाल इमरान खान को डर सता रहा है कि भारत गुलाम कश्मीर में चल रहे आतंकी कैंपों पर बालाकोट से भी बड़ी कार्यवाही कर सकता है।
वहीं पाकिस्तान के हिस्से वाले बलूचिस्तापन में पाकिस्तान का विरोध तेज हो गया है। बलूचिस्तान के लोगों ने सोशल मीडिया में #BalochistanSolidarityDay कैंपेन शुरू की है। जिससे रोजाना कई लोग जुड़ रहे हैं पाकिस्तान को लग रहा है कि बलूचिस्तान में लोग उसके खिलाफ बगावत कर सकते हैं। लिहाजा पाकिस्तान पूरी तरह से घबराया हुआ है।
बलूचिस्तान के लोग 1948 से पाकिस्तालन के अवैध कब्जेज से आजाद होने की लड़ाई लड़ रहे हैं। असल में बलूचिस्तान में पाकिस्तान वहां के लोगों को मार रहा है जो आजादी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वहीं पाकिस्तान की जनता बलूचिस्तान को अपना मानती भी नहीं और यहां पर पाकिस्तान ने चीन को कई उद्योग लगाने की छूट दी है।
यहां पर चीन भी बलूचिस्तान के लोगों का शोषण कर रही है। वहीं, अंतरराष्ट्री य समुदाय बलूचिस्तान में आम लोगों के मानवाधिकारों के हनन पर पहले ही चिंता जता चुका है।
उल्टा पड़ गया इमरान का दांव
इमरान खान का दांव पाकिस्तान को लेकर उल्टा पड़ने लगा है। पूरी विश्व बिरादरी बलूचिस्तान को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ है वहीं पाकिस्तान का मामला उठा रहा है। यही उसकी मुसीबत बनता जा रहा है। बलूचिस्तान की मांग पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि अमेरिका और यूरोपीय देशों में उठ रही है।