अगासड़ी गांव की रेशमा (65) की दो बहनें पाकिस्तान में है। वह 30 जून को बेटे सायब खां के साथ पाकिस्तान गई थी। बुखार के चलते रेशमा की 25 जुलाई को पाकिस्तान में मौत हो गई।
राजस्थान के बाड़मेर के अगासड़ी गांव की एक वृद्ध महिला की 25 जुलाई को पाकिस्तान में मौत हो गई। अब उसके परिजन परेशान हैं कि महिला का शव भारत कैसे आएगा। परिजन पिछले 48 घंटों से अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। परिवार उम्मीद कर रहे हैं कि पाकिस्तान से चलने वाली थार एक्सप्रेस से महिला का शव भारत आ सकता है। यह ट्रेन शनिवार को मुनाबाव स्टेशन पहुंचती है।
जानकारी के अनुसार, अगासड़ी गांव की रेशमा (65) पत्नी राणा की एक भाई, एक बेटी और दो बहनें पाकिस्तान में है। बेटी का पहले ही इंतकाल हो चुका है। रेशमा 30 जून को बेटे सायब खां के साथ बहनों से मिलने पाकिस्तान गई थी। उसे 28 जुलाई को लौटना था। लेकिन 24 जुलाई को उसे बुखार हो गया था। 25 जुलाई को रेशमा की मौत हो गई। रेशमा के दो भाई हैं। एक हिंदुस्तान और दूसरा पाकिस्तान में रहता है। अब दोनों भाई रेशमा के शव को भारत लाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच, मृतका के बेटे ने भी स्थानीय विधायक से मिलकर शव को भारत लाने में मदद करने की गुहार लगाई। रेशमा का दूसरा बेटा जादम विधायक मानवेंद्र सिंह से मिला। जादम ने विधायक से कहा कि उसकी मां रेशमा की पाकिस्तान में मौत हो गई है। उनके शव को भारत लाने में परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उसके परिवार की मदद की जाए और शव को भारत मंगवाया जाए।
परिजन चाहते हैं कि रेशमा के शव को उसे गांव में ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाए।
इसके बाद विधायक मानवेंद्र सिंह ने पाकिस्तान में रेशमा के परिजनों से संपर्क किया। विधायक का कहना है कि इमीग्रेशन से बात की गई है। शव को ट्रेन से मुनाबाव लाने के प्रयास हो रहे हैं।