जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से हाल में जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले दो साल में घाटी के 140 युवा आतंकवादी संगठनों का दामन थाम चुके हैं। 2016 में बुरहान वानी के खात्मे से कश्मीर में पैदा हुए हालात के बाद यह ट्रेंड तेज हुआ है।
कश्मीर में एमबीए पास एक युवक आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। युवक की पहचान इशफाक अहमद वानी के तौर पर हुई है। वह पुलवामा के कोइल का रहने वाला है। वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद दो महीने से घर में ही था।
एक सप्ताह पहले वह परिजनों से लद्दाख जाने की बात कहकर निकला था। इसके बाद वह गायब हो गया।
इशफाक की मां ने एक वीडियो के जरिये उससे हिंसा का रास्ता छोड़ने और लौट आने की गुहार लगाई है। इसमें वह कह रही हैं, 'हमारा ध्यान कौन रखेगा? लौट आओ।'
इशफाक अकेला मामला नहीं है, हाल के दिनों में कश्मीर के कई युवाओं ने आतंकवादी संगठनों का दामन थामा है। हालांकि इशफाक की मां के इस वीडियो के बाद कई और परिवार भी आतंकवादी संगठनों में शामिल हो चुके अपने बच्चों को लौट आने की गुहार लगा रहे हैं।
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी परिजनों के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने युवाओं से बिना किसी डर और कड़ी कार्रवाई की चिंता किए बगैर लौटने को कहा है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने हाल ही में खुलासा किया था कि घाटी के 140 युवाओं ने पिछले दो साल में आतंकवाद का दामन थामा है। 2016 बुरहान वानी के खात्मे के बाद कश्मीर में पैदा हुए हालात के बाद यह ट्रेंड तेज हुआ है। (श्रीनगर से रोहित गोजा की रिपोर्ट)