बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही प्रदेश में सुशासन की बात करते हों लेकिन प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से अपराध के मामले बढ़ रहे हैं उससे उनके दावों की पोल खुल रही है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही प्रदेश में सुशासन की बात करते हों लेकिन प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से अपराध के मामले बढ़ रहे हैं उससे उनके दावों की पोल खुल रही है। ताजा मामला बिहार के सुपौल में छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगों ने महिला छात्रावास के अंदर घूस कर छात्राओं की पिटाई कर दी।
दरअसल सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय का है। जहां हाई स्कूल में रहने वाली छात्राओं ने जब मनचलों की छेड़छाड़ का विरोध किया तो उन लोगों ने लड़कियों की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना ने एक बार फिर से प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला उस समय शुरु हुआ जब शनिवार शाम कुछ युवक कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की दीवार पर अश्लील और भद्दी बातें लिख रहे थे। यह देख कर छात्राओं ने इसका विरोध किया और छात्राओं ने एक युवक को जमकर डांट लगाई जिसके बाद कुछ ही मिनटों में गांव के 2 दर्जन से भी ज्यादा लड़के लाठी डंडों के साथ स्कूल में पहुंच गए और छात्राओं पर हमला कर दिया।
इन गुंडों ने मना करने के बाद पहले तो स्कूल में तोड़फोड़ की उसके बाद एक-एक करके तकरीबन 3 दर्जन से भी ज्यादा छात्राओं की जमकर पिटाई की। तकरीबन एक घंटे तक गुंडों ने छात्रावास के अंदर तांडव मचाया लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए सामने नहीं आया।
इस घटना में छात्रावास में रहने वाली तकरीबन 40 लड़कियां बुरी तरह से घायल हो गईं हैं। जब प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो एंबुलेंस के साथ स्कूल पहुंचे और एक-एक करके सभी छात्राओं को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया। इस दौरान कई छात्राओं के शरीर से खून बह रहा था और वह दर्द से कराह रही थीं।
इस स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं अक्सर इन युवकों की छेड़छाड़ का शिकार बन रही थीं। कई बार इन छात्राओं ने स्कूल प्रशासन से इसकी शिकायत भी लेकिन स्कूल प्रसान ने उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। लड़के अक्सर स्कूल की दीवार पर अश्लील और भद्दी बातें लिखा करते था।