बीजेपी दक्षिण भारत में अपनी ताकत तो बढ़ाने के लिए रणनीति बना रही है। इसी रणनीति को तहत बीजेपी ने आंध्र प्रदेश में ऑपरेशन लोटस शुरू किया है। इससे पहले बीजेपी कर्नाटक में ऑपरेशन लोटस चला चुकी है। जिसके तहत कांग्रेस के विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया और जिसके बाद राज्य की कुमारस्वामी सरकार अस्थिर हो गयी थी।
कर्नाटक के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने आंध्र प्रदेश में भी 'ऑपरेशन लोटस' शुरू कर दिया है। बीजेपी इस ऑपरेशन के जरिए राज्य की तेलगू देशम पार्टी को निशाना बना रही है। बीजेपी का दावा है कि टीडीपी के 18 विधायक उसके संपर्क में हैं और वह कभी भी बीजेपी में आ सकते हैं।
अगर आंध्र प्रदेश में बीजेपी का ये ऑपरेशन सफल होता है तो बीजेपी राज्य में मुख्य विपक्षी दल बन जाएगी और टीडीपी का कैडर उसकी तरफ चला जाएगा। इसके जरिए पांच साल बाद राज्य में होने वाले चुनाव में वह वाईएसआर कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे सकती है। आंध्र प्रदेश में बीजेपी के प्रभारी सुनील देवधर ने कहा कि हमारे संपर्क में 18 एमएलए और 30 एमएलसी हैं।
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देवधर ने कहा कि टीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू जल्द ही जेल जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही बीजेपी राज्य में मुख्य विपक्षी दल होगी। जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री बनते ही चंद्रबाबू नायडू को कई मामलों पर घेरना शुरू कर दिया है। उनकी सुरक्षा में कटौती कर दी गयी है और और उनके आवास के साथ ही 17 इमारतों को नोटिस दे दिया गया है।
यही नहीं दो दिन पहले ही सौर और पवन ऊर्जा खरीद मामले में चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश जगन मोहन रेड्डी ने जारी कर दिए हैं। पिछले दिनों ही टीडीपी के चार राज्यसभा सांसदों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था। उसके बाद से ही माना जाने लगा था कि बीजेपी राज्य में टीडीपी के विधायकों को निशाना बना सकती है।
बीजेपी दक्षिण भारत में अपनी ताकत तो बढ़ाने के लिए रणनीति बना रही है। इसी रणनीति को तहत बीजेपी ने आंध्र प्रदेश में ऑपरेशन लोटस शुरू किया है। इससे पहले बीजेपी कर्नाटक में ऑपरेशन लोटस चला चुकी है। जिसके तहत कांग्रेस के विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया और जिसके बाद राज्य की कुमारस्वामी सरकार अस्थिर हो गयी थी।
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