ब्रिटेन के मशहूर पर्वतारोही मार्टिन मोरान के नेतृत्व में यह टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 7434 मीटर ऊंचे नंदा देवी शिखर पर चढ़ाई के दौरान लापता हो गई।
उत्तराखंड में नंदा देवी की पूर्वी चोटी पर चढ़ाई के दौरान लापता हुए आठ पर्वतारोहियों को लेकर बुरी खबर आई है। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने इन आठ पर्वतारोहियों में से पांच के शव देखे जाने की बात कही है। आईटीबीपी की ओर से एक बयान में कहा गया है कि लापता पर्वतारोहियों में से कुछ के शव बर्फ में दबे नजर आ रहे हैं। हेलीकॉप्टर से चलाए गए खोज अभियान के दौरान उनके उपकरण भी नजर आए हैं। उधर, वायुसेना ने कहा है कि ट्रैक रुट पर अन्य लोगों की तलाश जारी है।
ITBP: Equipment and bodies seen in open/ partially buried in snow through aerial view (Helicopter) today near the unclimbed peak where the 8 missing mountaineers who were reported heading towards Nanda Devi East at around 20000 ft pic.twitter.com/KXwmSqx5OU
— ANI (@ANI)Indian Air Force: The search for remaining 8 members of a trekking team who went missing whilst climbing the Nanda Devi peak in Uttarakhand continues along trek route. https://t.co/vgatFfJry2
— ANI (@ANI)ब्रिटेन के मशहूर पर्वतारोही मार्टिन मोरान के नेतृत्व में यह टीम नंदा देवी पूर्वी चोटी पर चढ़ने के दौरान लापता हो गई थी। आठ सदस्यों की टीम में ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के पर्वतारोही थे। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगदांडे ने बताया कि वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने सोमवार को तलाश अभियान के दौरान पांच पर्वतारोहियों के शव नंदा देवी पूर्वी चोटी के पास देखे। उन्होंने कहा कि नंदा देवी पूर्वी चोटी के नजदीक चढ़ाई के दौरान संभवत: हिमस्खलन के कारण पर्वतारोहियों की मौत हो गई।
यह भी पढ़ें - नंदा देवी शिखर पर विश्व प्रसिद्ध पर्वतारोही मार्टिन मोरन समेत 8 लापता
ब्रिटेन के चार पर्वतारोहियों को रविवार को बचाने के बाद उनसे मिली सूचना के आधार पर हवाई तलाश के दौरान ये शव देखे गए। जिलाधिकारी ने कहा, ‘हम केंद्र को रिपोर्ट भेज रहे हैं। निर्देश मिलने के बाद हम आगे का बचाव अभियान शुरू करेंगे।’
ब्रिटेन के मशहूर पर्वतारोही मार्टिन मोरान के नेतृत्व में यह टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 7434 मीटर ऊंचे नंदा देवी शिकर पर चढ़ाई के दौरान लापता हो गई। नई दिल्ली में भारतीय पर्वतारोही फाउंडेशन का एक संपर्क अधिकारी भी उस टीम का हिस्सा था, जो 7434 मीटर ऊंचे नंदा देवी पूर्वी शिखर पर चढ़ने के लिए निकली थी। ये लोग 13 मई को चोटी पर चढ़ाई के लिए पिथौरागढ़ के मुनस्यारी से रवाना हुए थे लेकिन 25 मई को नियत तारीख पर बेस कैंप में नहीं लौटे।