लोकसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए मालदा (उत्तर) से पार्टी सांसद मौसम बेनजीर नूर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं।
एक तरफ विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ महागठबंधन बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ चुनाव से पहले एक-दूसरे के दलों में सेंध लगाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
लोकसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए मालदा (उत्तर) से पार्टी सांसद मौसम बेनजीर नूर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं। दिवंगत कांग्रेस नेता एबीए गनी खान चौधरी की भतीजी नूर ने राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ में ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद उनके पार्टी में शामिल होने की घोषणा की गई। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की 42 सीटों में से चार पर जीत हासिल की थी। नूर दूसरी बार लोकसभा पहुंची थीं।
नूर ने इस अवसर पर कहा, 'तृणमूल में शामिल होने के लिए ममता दीदी ने मुझे प्रेरित किया। मैं उनके साथ काम करूंगी। हमने भाजपा के खिलाफ लड़ाई में उनका सहयोग करने के लिए 19 जनवरी को यहां आई विपक्षी पार्टियों का नेतृत्व देखा। वे हमारा चेहरा हैं।'
नूर राज्य में भाजपा को रोकने के लिए तृणमूल कांग्रेस के साथ कांग्रेस के गठजोड़ की वकालत कर रही थीं। वह पिछले साल नवंबर में ममता बनर्जी से मिली थीं जिसके बाद से उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें चल रही थीं। नूर के चाचा अबू हासिम खान चौधरी माल्दा (दक्षिण) से कांग्रेस सांसद हैं और वह भी तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्षधर हैं।
नूर ने कहा, 'मैं राज्य के विकास के लिए ममता दीदी के निर्देशों पर काम करुंगी। हमें भाजपा से मुकाबला करना है और मुझे पूरा भरोसा है कि तृणमूल कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में सभी 42 सीटों पर जीत हासिल करेगी।'