भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. के लक्ष्मण ने आरोप लगाया, तेलंगाना राज्य के 18 अप्रैल को घोषित हुए 12वीं कक्षा के नतीजों में भारी गड़बड़ियां देखने को मिली हैं। रिजल्ट के लिए जिम्मेदार कंपनी ग्लोबरीन मुख्यमंत्री के बेटे के करीबी की है।
तेलंगाना में 12वीं के नतीजों में गड़बड़ी का मामला लगातार बड़ा होता जा रहा है। राज्य में 18 अप्रैल को घोषित नतीजों के बाद अब तक 20 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। परिणामों में हुई गड़बड़ी के खिलाफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. के लक्ष्मण चार दिन से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की 12वीं की परीक्षा के परिणामों में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ियों के पीछे 'एक बड़े टीआरएस नेता के बेटे' हैं।
लक्ष्मण ने आरोप लगाया, तेलंगाना राज्य के 18 अप्रैल को घोषित हुए 12वीं कक्षा के नतीजों में भारी गड़बड़ियां देखने को मिली हैं। रिजल्ट के लिए जिम्मेदार कंपनी ग्लोबरीन मुख्यमंत्री के बेटे के करीबी की है।
ट्विटर पर एक वीडियो मैसेज में लक्ष्मण ने कहा, 'टीआरएस राज्य में तानाशाही वाली सरकार चला रही है। कई छात्रों ने अपनी जान दे दी है लेकिन केसीआर सरकार खामोश है। जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता भाजपा इस लड़ाई को जारी रखेगी। मैं छात्रों के अनुरोध करता हूं कि वे जल्दीबाजी में कोई अनुचित कदम न उठाएं। हम भरोसा दिलाते हैं कि उनके लिए न्याय की मांग जारी रखेंगे।'
ग्लोबरीन कंपनी की सांठगांठ से हुआ परीक्षा घोटाला , TRS के बड़े नेता के पुत्र के है ग्लोबरीन कंपनी से नजदीकी संबंध, तेलंगाना में लोकतंत्र नहीं पुलिस तंत्र चल रहा है। pic.twitter.com/NFGKsFNMo7
— Chowkidar Dr K Laxman (@drlaxmanbjp)भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने आने वाले दिनों में अपना विरोध प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव छात्रों की आत्महत्याओं की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं तो वह अपना विरोध तेज करेंगे।
इससे पहले, कांग्रेस ने भी कथित 'शिक्षा माफिया' के खिलाफ आवाज उठाई थी। पार्टी का आरोप था कि यह रिजल्ट में गड़बड़ियों के पीछे यही गठजोड़ काम कर रहा है।
टीआरएस के शीर्ष नेता पूर्व आईटी मंत्री और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) का नाम इस विवाद में सामने आ रहा है।
इससे पहले, कांग्रेस के अध्यक्ष रेवथ रेड्डी ने आरोप लगाया था कि ग्लोबारेना के निदेशक केटीआर के क्लासमेट रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इस कंपनी को कांट्रैक्ट तब दिया गया था जब केटीआर राज्य सरकार में आईटी मंत्री थे।