कल ही कैप्टन के कैबिनेट के मंत्रियों ने सिद्धू को कैबिनेट के साथ ही पार्टी से बाहर करने की मांग की थी। क्योंकि सिद्धू और उनकी पत्नी ने लोकसभा चुनाव में नवजोत कौर सिद्धू को टिकट न देने के लिए कैप्टन को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि कैप्टन का कहना था कि अगर किसी को शिकायत है वह उनसे बात करता।
पंजाब में लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू की लड़ाई अब तेज होने जा रही है। आज चुनाव परिणाम के नतीजों के बाद पंजाब में हार का ठिकरा अपने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर फोड़ दिया है। कैप्टन ने साफ कहा कि सिद्धू का पाकिस्तान में जाकर वहां के आर्मी चीफ को गले लगाना जनता को पसंद नहीं आया।
आज कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि भारत की जनता पाकिस्तान के आर्मी चीफ को गले लगने वाले को माफ नहीं करेगी। जाहिर है उनका इशारा सीधे तौर नवजोत सिंह सिद्धू पर था। पाकिस्तान में इमरान खान के प्रधानमंत्री के तौर पर लिए गए शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू वहां गए थे और वहां पर उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख को गले लगाया था।
Captain Amarinder Singh on Navjot Singh Sidhu: Indians especially servicemen will not tolerate hugging the Pakistani Army Chief. pic.twitter.com/AVZFgIraR2
— ANI (@ANI)हालांकि इसके बाद कैप्टन ने उनकी आलोचना भी की थी। लेकिन सिद्धू को बचाव कांग्रेस आलाकमान ने किया। पंजाब में कांग्रेस अभी आठ सीटों पर आगे चल रही है। जबकि बीजेपी ने तीन सीटों पर आगे है जबकि दो सीटों पर अकाली दल आगे चल रहा है। कल ही कैप्टन के कैबिनेट के मंत्रियों ने सिद्धू को कैबिनेट के साथ ही पार्टी से बाहर करने की मांग की थी।
क्योंकि सिद्धू और उनकी पत्नी ने लोकसभा चुनाव में नवजोत कौर सिद्धू को टिकट न देने के लिए कैप्टन को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि कैप्टन का कहना था कि अगर किसी को शिकायत है वह उनसे बात करता। इस तरह की मुद्दों को पब्लिक में नहीं कहना चाहिए। दो दिन पहले ही कैप्टन ने सिद्धू पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।