शीर्ष दो अधिकारियों पर 'कार्रवाई' का पहला कदम मंगलवार रात आठ बजे उठाया गया। इस मामले पर चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ने देर रात सीबीआई के अंतरिम निदेशक की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। इस संबंध में रात 11 बजे आदेश जारी किया गया।
सीबीआई के अधिकारियों में चल रही खींचतान के बाद एजेंसी में बड़े पैमाने पर अधिकारियों का तबादला किया गया है। अंतरिम प्रमुख बनाए गए एम नागेश्वर राव ने देर रात 1.30 बजे चार्ज संभालने के बाद शीर्ष स्तर पर 13 अधिकारियों का ट्रांसफर किया है। इनमें से कई को आलोक वर्मा का करीबी बताया जा रहा हैं। जिन अधिकारियों का तबादला किया गया है उनमें डिप्टी एसपी एके बस्सी भी शामिल हैं। वह अस्थाना मामले की जांच से जुड़े हैं। उन्हें तत्काल प्रभाव से पोर्ट ब्लेयर भेज दिया गया है। इसके अलावा, एडिशनल एसपी एसएस गुर्म को जबलपुर भेजा गया है। इसके अलावा मनीष कुमार सिन्हा डीआईजी एसी-III को नागपुर ट्रांसफर किया गया है। सूत्रों के अनुसार, कुछ और अधिकारियों को भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
अभी तक ट्रांसफर किए गए अधिकारियों में बस्सी और गुर्म के अलावा डीआईजी मनीष कुमार, डीआईजी तरुण गौबा, डीआईजी जसबीर सिंह, डीआईजी अनीश प्रसाद, डीआईजी केआर चौरसिया, हेड ऑफ ब्यूरो राम गोपाल और एसपी सतीश डागर शामिल हैं। बताया जाता है कि ये सभी राकेश अस्थाना के खिलाफ चल रही जांच से जुड़े हैं।
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सीबीआई में 'जंग': छुट्टी पर भेजे जाने के फैसले के खिलाफ आलोक वर्मा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे
इससे पहले, सरकार ने केंद्रीय जांच एजेंसी में अधिकारियों के बीच चल रही 'जंग' पर कड़ी कार्रवाई करते हुए एजेंसी के शीर्ष दो अधिकारियों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया। एजेंसी में हुई इस कार्रवाई के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल हैं। उन्हें एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मसले को निपटाने का जिम्मा दिया है।
'माय नेशन' ने एक दिन पहले ही बताया था कि सरकार ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है। देश की शीर्ष जांच एजेंसी में चल रही खींचतान को लेकर विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। इससे सीबीआई की छवि भी खराब हुई है। सरकार इस बात से ज्यादा नाराज है कि दोनों अधिकारियों ने एक दूसरे पर कीचड़ उछालने के लिए पुराने मामलों का इस्तेमाल किया। इसलिए जल्द ही बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार, शीर्ष दो अधिकारियों पर 'कार्रवाई' का पहला कदम मंगलवार रात आठ बजे उठाया गया। इस मामले पर चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ने देर रात सीबीआई के अंतरिम निदेशक की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। इस संबंध में रात 11 बजे आदेश जारी किया गया। इसके बाद एम नागेश्वर राव को तत्काल कार्यभार संभालने के लिए कहा गया। सूत्रों का कहना है कि राव ने रात 1.30 बजे कार्यभार संभाला। वह बुधवार दोपहर बाद एक बड़ी बैठक लेने वाले हैं। इनमें कई अहम कदम उठाए जा सकते हैं। इससे पहले, उन्होंने 13 अधिकारियों का तबादला कर दिया। एजेंसी में 12 घंटे में यह कार्रवाई हुई है।