भारत चांद के बेहद करीब है। कुछ ही वक्त बाद चंद्रय़ान-3 (chandrayaan 3 ladning update) लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की लैंडिंग शुरू हो जाएगी। चांद की धरती को चूमने के लिए हर हिंदुस्तानी बेताब है। ISRO ने अपडेट दिया है कि, चांद पर चंद्रमा की सॉफ्ट लैंडिंग कराने की प्रक्रिया 5.45 बजे शुरू हो जाएगी।
नेशनल डेस्क। भारत चांद के बेहद करीब है। कुछ ही वक्त बाद चंद्रय़ान-3 (chandrayaan 3 ladning update) लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की लैंडिंग शुरू हो जाएगी। चांद की धरती को चूमने के लिए हर हिंदुस्तानी बेताब है। ISRO ने अपडेट दिया है कि, चांद पर चंद्रमा की सॉफ्ट लैंडिंग कराने की प्रक्रिया 5.45 बजे शुरू हो जाएगी। यदि भारत इसमें सफल होता है तो साउथ पोल पर लैंडिंग करने वाला चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 landing update) पहला होगा लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसे कई देश हैं जिन्होंने बीते कुछ सालों में चांद पर लैंडिंग की कोशिश लेकिन वे बुरी तरह से फेल हो गए।
चांद पर लैंडिंग का सपना देख रहे ये देश साबित हुए फिसड्डी
अमेरिका ने 1958 से सेलकर 1972 तक कुछ 31 मून मिशन भेजे। जिनमें से 17 मिशन फेल हो गए। अमेरिका को 45 प्रतिशत सफलता हाथ लगी।
अंतरिक्ष में रहस्यों का पता लगाने के लिए रूस-अमेरिका हमेशा आमने-सामने रहे हैं। रूस ने 1958 तक 1976 तक 33 मिशन भेजे। जिसमें 26 मिशन क्रेश कर गए। रूस को केवल 21.21 प्रतिशत सफलता मिली है।
2019 में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे उन्नत देश इजरायल ने चांद पर बेरेशीट मिशन भेजा और लैंडिंग की कोशिश की लेकिन इजरायल का ये मिशन बुरी तरह से फेल हो गया।
2019 में भारत ने अपना चंद्रयान-2 मिशन भेजा हालांकि ये मिशन सफल नहीं हो पाया और भारत को निराशा हाथ लगी।
2022 में जापान ने चंद्रमा पर पहुंचने का सपना देखा और मिशन (हकूतो-आर) को लॉन्च किया लेकिन ये मिशन में भी फेल हो गया। इस मिशन में जापान अकेला नहीं था। जापान के साथ UAE ने इमेरेट्स लूनर भेजा था जो चांद पर क्रैश हो गया।
2023 में रूस ने बीते दिनों अपनी ड्रीम प्रोजेक्ट लूना-25 लॉन्च किया था। हालांकि ये रूस का मिशन बुरी से क्रैश हो गया।