दूसरे चरण में 1079 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद। 113 उम्मीदवार अनुसूचित जाति और 176 अनुसूचित जनजाति वर्ग के थे।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मंगलवार शाम समाप्त हो गया। लगभग 72 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, विधानसभा चरण के दूसरे चरण में कुल 71.93 फीसदी मतदान हुआ। सुबह आठ बजे राज्य के 19 जिलों के 72 विधानसभा सीटों में मतदान प्रारंभ हुआ तथा शाम पांच बजे मतदान समाप्त हो गया। शाम पांच बजे तक 64.8 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था। हालांकि इसके बाद भी मतदान केंद्रों में लंबी कतारें लगी हुई थीं। पूरी गणना के बाद 71.93 प्रतिशत वोटिंग का आंकड़ा सामने आया है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मतदान के लिए उत्साह देखा गया तथा सुबह से ही मतदान केद्रों के सामने मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। राज्य में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं ने मतदान में उत्साह के साथ भाग लिया। वहीं बुजुर्ग मतदाता भी मतदान करने मतदान केंद्र तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय, राजनांदगांव लोकसभा के सांसद अभिषेक सिंह, विधानसभा में विपक्ष के नेता टी एस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान किया।
EVMs & VVPATs being sealed at polling station in Baloda Bazar's Simga after the second phase of voting for concludes. Voting still underway at the polling booths where voters are in the queue pic.twitter.com/RYR0CAoZgu
— ANI (@ANI)Chhattisgarh Chief Minister Raman Singh casts his vote at a polling booth in Kawardha. pic.twitter.com/pSql5Q3lsq
— ANI (@ANI)Janta Congress Chhattisgarh (JCC) President Ajit Jogi and his son Amit Jogi cast their votes at a polling booth in Pendra. pic.twitter.com/2lZCXfmCBp
— ANI (@ANI)अधिकारियों ने बताया कि मरवाही विधानसभा के मतदान केंद्र सेमरा में पीठासीन अधिकारी सुरेंद्र कुमार मंडावी और धनौली मतदान केंद्र के कर्मचारी कमल किशोर तिवारी को जिला निर्वाचन अधिकारी पी दयानंद ने निर्वाचन अभिकर्ता की शिकायत के बाद निर्वाचन कार्य से अलग कर दिया।
निर्वाचन अभिकर्ता ने पक्षपात करने की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 1079 उम्मीदवारों ने निर्वाचन में भाग लिया जिसमें से 113 अनुसूचित जाति और 176 अनुसूचित जनजाति वर्ग के उम्मीदवार शामिल हैं। इसमें 119 महिला उम्मीदवार भी थीं।
उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र बिंद्रानवागढ़ के दो मतदान केंद्रों आमामोरा और मोढ़ में सुबह सात बजे से दोपहर तीन तक बजे तक तथा शेष सभी 72 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे निर्धारित था।
अधिकारियों ने बताया कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। अर्धसैनिक बलों और पुलिस के लगभग डेढ़ लाख जवानों को तैनात किया गया। राज्य के गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, कबीरधाम, जशपुर और बलरामपुर जिले के कुछ हिस्से नक्सल प्रभावित हैं। इन जिलों में सुरक्षा बल के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया था।
दूसरे चरण में 72 सीटों में से 17 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए तथा नौ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इन 72 सीटों में से 43 सीटों में जीत हासिल की थी। वहीं कांग्रेस को 27 तथा बहुजन समाज पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई थी।