'चिल्ला कलां' ने उत्तर भारत में बढ़ाई कड़ाके की ठंड

By Team MyNation  |  First Published Dec 25, 2019, 8:27 AM IST

मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में अगले दो दिन और ज्यादा ठंड पड़ सकती है। विभाग का  कहना है कि शीत लहर के कारण दिल्ली, हरियाणा, यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में लोगों को कड़कड़ाती ठंड झेलनी पड़ेगी। इस दौरान घना कोहरा भी रहेगा। फिलहाल इस ठंड को लोगों को राहत मिलने की उम्मीद कम है। मंगलवार को ही हरियाणा के नारनौल में 1.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।

नई दिल्ली। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लोग घरों में  दुबकने को मजबूर हो गए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ठंड और ज्यादा बढ़ सकती है। इस ठंड को बढ़ाने के पीछे ‘चिल्ला कलां’ को अहम माना जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में ठिठुरन और बढ़ेगी और तापमान में गिरावट आएगी। मंगलवार को ही नारनौल में तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच  गया था जबकि राजधानी दिल्ली में 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।


मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में अगले दो दिन और ज्यादा ठंड पड़ सकती है। विभाग का  कहना है कि शीत लहर के कारण दिल्ली, हरियाणा, यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में लोगों को कड़कड़ाती ठंड झेलनी पड़ेगी। इस दौरान घना कोहरा भी रहेगा। फिलहाल इस ठंड को लोगों को राहत मिलने की उम्मीद कम है। मंगलवार को ही हरियाणा के नारनौल में 1.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।

माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पहाड़ी इलाकों में और ज्यादा बर्फबारी हो सकती है, जिसका असर मैदानी इलाकों में देखने को मिलेगा। मंगलवार को ही लद्दाख के द्रास में पारा -26.7 दर्ज किया गया। राजधानी दिल्ली में लगातार कोहरा का असर देखने को मिल रहा है। ठंड के कारण आम जनजीवन अस्तव्यस्त है। मंगलवार को ही राजधानी दिल्ली न्यूनतम तापमान 7.2 और अधिकतम 13 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानिकों का मानना है तापमान में अंतर के कारण ठंड और ज्यादा बढ़ रही है।

यानी न्यूनतम व अधिकतम तापमान में अंतर बढ़ रहा है। जिसके कारण ठंड भी बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को ठंड के कारण 24 लोगों के मौत खबर है। राज्य सरकार की तरफ से अलाव और रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन के तरफ से राहत शिविर लगाए गए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि जिलों में रैन बसेरों की व्यवस्था की जाए। 

click me!