आखिर आलाकमान ने गहलोत को क्यों रोका दिल्ली में, कांग्रेस के नए अध्यक्ष की दौड़ में भी है नाम

By Team MyNation  |  First Published Jul 4, 2019, 11:25 AM IST

आज कांग्रेस महासचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने राहुल के इस्तीफे के कदम को बहुत साहस वाला बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी में साहस है और इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। इस तरह से प्रियंका राहुल के पक्ष में खुलकर खड़े हो गयी हैं। फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष के लिए किसी का नाम तय नहीं हुआ है। इस दौड़ में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे और दक्षिण भारत के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम चल रहा है।

कांग्रेस के भीतर अध्यक्ष को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच राजस्थान की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली में ही रोक लिया है। कल ही गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी। गहलोत का नाम भी पार्टी के नए अध्यक्ष के तौर पर चल रहा है। अध्यक्ष के लिए गहलोत के साथ ही सुशील कुमार शिंदे और मल्लिकार्जुन खड़गे की भी नाम है। फिलहाल गांधी परिवार की रजामंदी के बाद कांग्रेस कार्यसमिति किसी एक नाम पर अपनी मुहर लगाएगी।


आज कांग्रेस महासचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने राहुल के इस्तीफे के कदम को बहुत साहस वाला बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी में साहस है और इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। इस तरह से प्रियंका राहुल के पक्ष में खुलकर खड़े हो गयी हैं। फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष के लिए किसी का नाम तय नहीं हुआ है।

इस दौड़ में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे और दक्षिण भारत के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम चल रहा है। फिलहाल सुशील कुमार शिदे और अशोक गहलोत के बीच में मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। महाराष्ट्र के सुशील कुमार शिंदे को प्रशासनिक और संगठनात्मक क्षमता के साथ गांधी परिवार का करीबी माना जाता है और वह दलित चेहरा भी हैं।

उनके जरिए पार्टी महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को साध सकती है। जबकि अशोक गहलोत भी गुजरात प्रभारी के तौर पर विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन दे चुके हैं। यहीं नहीं कर्नाटक में भी जेडीएस और कांग्रेस की सरकार बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।

इसके बाद पार्टी ने उन्हें संगठन महासचिव के पद पर नियुक्त किया था। फिलहाल जानकारी के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत को दिल्ली में ही रोक लिया है। बुधवार को ही गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी और उसके बाद उनको दिल्ली में रोक जाना राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
 

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