रिश्वत लेकर काम ना कराने से आजिज कांग्रेस कार्यकर्ता ने अपनी ही पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष नदीम जावेद पर दिल्ली में हमला कर दिया। आरोपों के मुताबिक नदीम ने शिकायतकर्ता से बूचड़खाने का लाइसेंस दिलवाने के नाम पर 10 करोड़ की रिश्वत ली थी। इसकी शिकायत हाजी मोहम्मद यास्मीन कुरैशी नाम के शख्स ने राहुल गांधी से भी की थी।
नदीम पर हमला दिल्ली में इंडिया इस्लामिक सेंटर के बाहर हुआ है। जानकारी के मुताबिक रिश्वत लेने के बाद भी काम ना होने पर पीड़ित पक्ष के लोगों ने नदीम पर दिल्ली में हमला कर दिया।
मामला 2015 का है। तब नदीम जावेद यूपी के जौनपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक होते थे। आरोप है कि इस दौरान नदीम ने फ्रोजेन फूड एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के हाजी मोहम्मद यास्मीन कुरैशी से बुलंदशहर के खुर्जा में बूचड़खाना लगवाने में मदद करने का भरोसा दिलाया। इसके एवज में नदीम ने पीड़ित शिकायतकर्ता से 10 करोड़ रुपये की मांग की और कहा कि समाजवादी सरकार से अपने रुतबे का इस्तेमाल कर वो लाइसेंस दिलवा देंगे।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसने नदीम जावेद को मांगी गई रकम दो बार में दे दी। 3 करोड़ की रकम पेशगी के तौर पर दी गई। इसके बाद बाकी बची सात करोड़ की रकम भी हाजी मोहम्मद यास्मीन कुरैशी ने नदीम जावेद को कैश में दी बावजूद इसके यास्मीन कुरैशी का काम नहीं हुआ।
आरोपों के मुताबिक नदीम जावेद ने रिश्वत के तौर पर ली गई रकम बिना काम कराए डकार ली। नदीम जावेद की करतूत से आजिज आकर यास्मीन कुरैशी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकायत पत्र भी लिखा, जिसमें उन्होंने पूरे मामले का ब्यौरा दिया।
अपने ऊपर हुए हमले के मामले में कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष नदीम जावेद ने तुगलक रोड थाने में शिकायत दी है।