कांग्रेस के एक विधायक को घूस लेने के आरोप में गुजरात के मोरबी में गिरफ्तार किया गया है। उसने सिंचाई घोटाले के आरोपियों से पैसे लिए थे।
गुजरात के कांग्रेस विधायक पुरुषोत्तम सबरिया को 35 लाख रुपए रिश्वत लेने के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया है। मोरबी पुलिस की एक टीम ने रविवार को करीब सुबह 4 बजे मोरबी शहर के बाहरी इलाके में त्राजपर गांव में उनके आवास से साबरिया को उठाया था और पूछताछ के लिए मोरबी शहर में लाया गया। घंटों तक पूछताछ के बाद उन्हें औपचारिक रूप से 2 बजे पुलिस ने सबरिया को गिरफ्तार कर लिया।
सरबिया ने यह पैसे विधानसभा में आवाज उन उठाने के एवज में लिए थे। आरोपी विधायक पर मोरबी जिले में हुए सिंचाई घोटाले के आरोपियों से पैसे लेने का आरोप है। इस मामले में पैसे का लेन देने बिचौलियों ने किया था। जिन्हें रविवार को गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में इंजीनियर सीडी कनानी और तीन अन्य अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मोरबी के पुलिस अधीक्षक कर्णराज वाघेला ने बताया कि सबरिया को बिचौलिए के माध्यम से पैसा लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
वाघेला ने बताया कि सबरिया ने 40 लाख रुपए मांगे थे लेकिन 35 लाख रुपए पर मामला तय हो गया। इसमें से 10 लाख रुपए बिचौलिए के जरिए सबरिया को मिल भी गए थे। बाकी 25 लाख रपए बिचौलिए को चेक के रूप में दिए गए थे।
Gujarat: Congress MLA Parshottam Sabaria&a lawyer Bharat Ganesh arrested y'day in Morbi for their involvement in a micro irrigation scam. Police say "He demanded Rs 60 Lakh from a state irrigation dept engineer&settled for Rs 35 Lakh. Lawyer used to collect money for him" (28.10) pic.twitter.com/tF2qWi0tmg
— ANI (@ANI)कनानी और दूसरे आरोपितों ने विधायक को बिचौलिए के जरिए रिश्वत की पेशकश की थी। बिचौलिए की पहचान भारत वकील के रूप में हुई है, जो फिलहाल पुलिस गिरफ्त में है। बिचौलिए के बयान के आधार पर ही विधायक पुरषोत्तम सबरिया को गिरफ्तार किया गया है।
Gujarat: Congress MLA Parshottam Sabaria&a lawyer Bharat Ganesh arrested y'day in Morbi for their involvement in a micro irrigation scam. Police say "He demanded Rs 60 Lakh from a state irrigation dept engineer&settled for Rs 35 Lakh. Lawyer used to collect money for him" (28.10) pic.twitter.com/tF2qWi0tmg
— ANI (@ANI)गुजरात सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 334 छोटी सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनकी लागत 20.3 करोड़ रुपए हैं। इनमें से दस करोड़ के प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं।
लेकिन आरोप है कि कि कुछ स्थानों पर किसी तरह का काम किए बगैर पैसा निकाल लिया गया।