पाकिस्तान में इजरायली विमान उतरने का क्या है राज

By Team MyNation  |  First Published Oct 29, 2018, 12:56 PM IST

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इजरायल के साथ किसी भी प्रकार के संबंध स्थापित करने से इनकार करते हुए इस खबर का खंडन किया। लेकिन कहा जा रहा है कि एक इजरायली विमान कुछ अधिकारियों को लेकर गुपचुप इस्लामाबाद पहुंचा और हवाई अड्डे पर कई घंटे तक ठहरने के बाद चला गया।

एक इजराइली विमान के पाकिस्तान में उतरने की खबर से पूरे पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। यह खबर उस समय पाकिस्तान में तेजी से पैली जब एक इजरायली पत्रकार अवी शार्फ ने ट्वीट किया कि एक इजरायली निजी (जेट) विमान तेल अवीव से इस्लामाबाद पहुंचा, वहां दस घंटे तक रुकने के बाद वह तेल अवीव लौट आया। इसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चा चल पड़ी और लोगों ने सरकार की आलोचना शुरु कर दी। विपक्ष ने इस बारे में सरकार से सफाई मांगी।

पाकिस्तान के टीवी चैनल जियो के एक पत्रकार तलत हुसैन ने सवाल किया है, ''इसराइली जहाज़ के पाकिस्तान आने और कथित मुसाफिर की वापसी की ख़बर मीडिया में फैलती जा रही है। सरकार को इसके बारे में बताना चाहिए। हालांकि, पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सूचना मंत्री ने कहा है कि इजरायल का विमान पाकिस्तान नहीं आया।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इजरायल के साथ किसी भी प्रकार के संबंध स्थापित करने से इनकार करते हुए इस खबर का खंडन किया। लेकिन कहा जा रहा है कि एक इजरायली विमान कुछ अधिकारियों को लेकर गुपचुप इस्लामाबाद पहुंचा और हवाई अड्डे पर कई घंटे तक ठहरने के बाद चला गया।

पाकिस्तान सिविल एविएशन अथॉरिटी के प्रवक्ता ने एक प्रेस रिलीज़ जारी की और कहा, ''इसराइल का कोई भी जहाज़ पाकिस्तान के किसी भी एयरपोर्ट पर आने की अफ़वाह में कोई सच्चाई नहीं है, क्योंकि ऐसा हुआ ही नहीं है।''

पाकिस्तान भले ही इस खबर का खंडन कर रहा है लेकिन जहाजों की आवाजाही या लाइव एयर ट्रैफ़िक पर नज़र रखने वाली वेबसाइट फ़्लाइट रडार पर इस जहाज़ के इस्लामाबाद आने और दस घंटे बाद जाने के सबूत मौजूद हैं।

इसके आने और जाने पर कई तरह के क़यास लगाए जा रहे हैं। कई लोग सवाल कर रहे हैं क्योंकि किसी इसराइली जहाज़ का पाकिस्तान आना कोई सामान्य घटना नहीं है और इससे कई सवाल पैदा होते हैं।

हालांकि एयर अथॉरिटीज को चकमा देने के लिए यह जहाज पाकिस्तान पहुंचने से पहले कतर में रुका था। जिसकी वजह से यह फ्लाइट तेल-अवीव से इस्लामाबाद की बजाए कतर से इस्लामाबाद में बदल गई थी।

आपको बता दें कि पाकिस्तान और इजरायल के बीच कूटनीतिक संबंध नहीं है. दोनों देशों के विमानों को एक दूसरे के उड़ान क्षेत्र में जाने की भी इजाजत नहीं है।

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