कांग्रेस की कोशिश है कि कैसे भी मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी की जाए। इसके लिए पार्टी ने दो बड़े नेताओं कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्य में झोंक रखा है
कांग्रेस नेताओं की बदजुबानी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। एक तरफ पार्टी मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी के लिए जीतोड़ कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उसके नेता ही इन प्रयासों को पलीता लगाने में तुले हैं। ताजा मामला पार्टी के रीवा से विधायक सुंदरलाल तिवारी से जुड़ा है। उन्होंने एक इंटरव्यू में राज्य के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की तुलना 'वेश्या' से कर दी।
शिवराज के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते हुए तिवारी ने कहा, 'जिस प्रकार एक वेश्या अपनी आत्मा बेच देती है उसी तरह शिवराज सिंह चौहान ने खुद को वोटों के लिए बेच दिया है।' तिवारी ने मुख्यमंत्री पर व्यापम घोटाले का आरोप लगते हुए कहा कि प्रदेश में शासन और कानून लाचार हो रहा है। इससे गरीबों को कभी इंसाफ नहीं मिल पाएगा।
तिवारी ने इंटरव्यू में कहा कि, भाजपा सरकार सिर्फ गरीब और बेरोजगारों का वोट लेने के लिए उन्हें राह से भटका रही है। शिवराज सिंह निशुल्क सरकारी सेवाएं सिर्फ वोटों की राजनीति के लिए कर रहे हैं। जिस तरह सुप्रीम कोर्ट के जज खुद जनता से हो रहे अन्याय का खुलासा कर रहे हैं, उससे सरकार की नीयत पर सवाल खड़े होते हैं। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। शिवराज लगातार 4 बार से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। वहीं कांग्रेस की कोशिश है कि कैसे भी सूबे की सत्ता में वापसी की जाए। इसके लिए पार्टी ने दो बड़े नेताओं कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्य में झोंक रखा है।