असल में कर्नाटक हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिलने के बाद ईडी ने शिवकुमार को तलब किया था। इसके बाद ये तय हो गया था कि अब शिवकुमार के पास बचने का कोई उपाय नहीं है। लिहाजा वह पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचे और चार दिनों की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें अस्पताल में ही रखा गया है। हालांकि उन्हें जेल भेजे जाने की तैयारी थी।। इससे पहले शिवकुमार का कल राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मेडिकल टेस्ट भी कराया गया और वहां पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा भी किया ।
नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस के संकटमोचक माने जाने वाले दिग्गज नेता डीके शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उन्हें जेल भेजे जाने की तैयारी थी। लेकिन स्वास्थ्य कारणों को देखते उन्हें रात में अस्पताल में ही रखा गया। ईडी ने चार दिन की पूछताछ के बाद डीके शिवकुमार को गिरफ्तार किया है।
असल में कर्नाटक हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिलने के बाद ईडी ने शिवकुमार को तलब किया था। इसके बाद ये तय हो गया था कि अब शिवकुमार के पास बचने का कोई उपाया नहीं है। लिहाजा वह पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचे और चा दिनों की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेज दिया है।
इससे पहले शिवकुमार का कल राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मेडिकल टेस्ट भी कराया गया और वहां पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा भी किया । कर्नाटक के कनकपुरा से कांग्रेस के विधायक शिवकुमार पूछताछ के लिए चौथी बार मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए थे। ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया।
ईडी का कहना है कि उन्हें शिवकुमार से और पूछताछ करनी है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हालांकि गिरफ्तार होने के बाद शिवकुमार ने ट्वीट कर इसमें भी राजनीति शुरू कर दी। उन्होंने लिखा है कि आखिरकार वह मुझे गिरफ्तार करने के अपने मंसूबों में कामयाब हो गए और आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के ये मामले राजनीति से प्रेरित हैं।
उन्होंने लिखा है कि मुझे बीजेपी की बदले की राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। ईडी आज शिवकुमार को यहां अदालत में पेश करेगी और उनकी हिरासत की मांग करेगी। शिवकुमार पर पिछले साल धनशोधन का मामला दर्ज किया था। कांग्रेस के कर्नाटक में संकटमोचक माने जाने वाले शिवकुमार को 30 अगस्त को पहली बार ईडी के सामने पेश हुए थे वह विमान से बेंगलुरु से दिल्ली पहुंचे थे और उन्होंने ईडी की जांच में सहयोग करने की बात कही थी।