आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया तेजी से कर रही है. इसके लिए पार्टी के जिला ईकाईयों ने अपनी तरफ से राज्य के संगठन के प्रमुख को भेज दिए हैं और इसके बाद कांग्रेस आलाकमान इन प्रत्याशियों के नाम पर अपनी मुहर लगाएगा
आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया तेजी से कर रही है. इसके लिए पार्टी के जिला ईकाईयों ने अपनी तरफ से राज्य के संगठन के प्रमुख को भेज दिए हैं और इसके बाद कांग्रेस आलाकमान इन प्रत्याशियों के नाम पर अपनी मुहर लगाएगा.
हालांकि कुछ सीटों पर अभी आम सहमति नहीं बन पायी है. लेकिन ऐसा माना जा रहा है पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में प्रत्याशियों के नाम अगले महीने तक घोषित करने के लिए पार्टी में आम सहमति बनी है. राजस्थान में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. तीन दिन पहले ही सभी जिला मुख्यालयों पर 25 लोकसभा सीट के लिए सभी संभावित प्रत्याशियों के नामों और पैनल पर विचार किया गया.
बैठकों में जिला अध्यक्ष पदाधिकारी विधायक व पूर्व सांसदों के राय मशवरा और आम राय से ज्यादातर सीटों के संभावित प्रत्याशियों के पैनल बनाकर तैयार कर लिए गए हैं, जबकि नागौर जयपुर जोधपुर टोंक आदि जिलों में आपसी मतभेद होने के कारण उनकी रिपोर्ट पर उन्हें एक राय करने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस ने इसे मिशन 25 का नाम दिया है. इसके साथ ही 25 लोकसभा सीट के जिताऊ चेहरों की तलाश शुरू कर दी है.
सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव के दावेदारों का फीडबैक लेने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने सह प्रभारियों को जिम्मेदारी दी है. बताया जा रहा है कि प्रत्याशियों के पैनल 25 जनवरी के बाद एआईसीसी भेजा जा सकता हैं और उसके बाद प्रत्याशियों के नाम पर आलाकमान अपनी मुहर लगाएगा.आलाकमान के निर्देश के बाद जयपुर सहप्रभारियों ने दावेदारों के बारे में फीडबैक लेना भी शुरू कर दिया है.
चारों सह प्रभारी विवेक बंसल, काजी निजाम, तरुण कुमार और देवेंद्र यादव अपने अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर फीडबैक लेंने के लिए स्थानीय संगठन के पदाधिकारियों, विधायकों और विधानसभा प्रत्याशी रहे नेताओं की बैठकें लेगे. उम्मीदवारों के बारे में फीडबैक लेंगे. ऐसी सम्मभावना हैं कि सह प्रभारी उम्मीदवारो की सूची को प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और पीसीसी चीफ सचिन पायलट से चर्चा करेंगे. इसके बाद जनवरी के अंतिम सप्ताह में रिपोर्ट आलाकमान को भेज दी जाएगी.
पार्टी सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव के लिये तय किया फार्मूला लोकसभा चुनाव के लिए भी चयन होगा. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ग्राउंड रिपोर्ट के फार्मूले पर भी रणनीति तैयार की जा रही हैं.हालांकि विधानसभा चुनाव में उम्मीदों के मुताबिक सीटों के नहीं आने पर ग्राउंड रिपोर्ट पर सवाल जरूर खड़े हुए थे, लेकिन इसके बावजूद एक बार फिर ग्राउंड रिपोर्ट पर ही कांग्रेस भरोसा जता रही है. प्रभारियों की रिपोर्ट के अलावा प्रदेश कांग्रेस और एआईसीसी अपने अपने स्तर पर दावेदारों की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करेगी. उसके बाद सभी सर्वे रिपोर्ट का मिलान कर कॉमन नाम आने पर उनके पैनल बनाए जाएंगे.
ग्राउंड रिपोर्ट के जरिए दावेदारों की वास्तविक स्थिति का आकलन करके उनके नामों पर विचार किया जाएगा. कहा जा रहा है इस बार भी विधानसभा की तर्ज पर ही लोकसभा में भी फीडबैक और ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर हर लोकसभा सीट से 3 नामों का पैनल बनाएंगे. जिसे उन्हें 25 जनवरी तक एआईसीसी को भेजना होगा. उसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रदेश प्रभारी और चारों सहप्रभारियों की दिल्ली में बैठक होगी और ग्राउंड रिपोर्ट और पैनल के लिए पैनल के जरिए आए नामों पर चर्चा होगी.