जानकारी के मुताबिक गाजीपुर के रहने वाले अवधेश श्रीवास्तव पीडब्ल्यूडी में ठेकेदारी करते हैं। उन्हें कबीरचौरा महिला अस्पताल के निर्माण का 20 करोड़ रुपये का ठेका मिला हुआ था और ये अस्पताल की बिल्डिंग इसी महीने हैंडओवर होनी थी। निर्माण कार्य के कारण उन पर 4 करोड़ रुपये बकाया गया था और अवधेश पर देनदारी लगातार बढ़ रही थी। जबकि पीडब्लूडी ठेकेदार को भुगतान नहीं कर रहा था। अवधेश ने यहां तक अपनी पत्नी के जेवर और गहने बेच कर निर्माण कार्य में लगाया। जिसके कारण वह मानसिक तनाव में चल रहे थे और विभागों के चक्कर काटकर परेशान हो गए थे।
वाराणसी। वाराणसी में लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों की कमीशनखोरी से परेशान एक ठेकेदार ने चीफ इंजीनियर के सामने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। ठेकेदार ने अपने सुसाइड नोट में चीफ इंजीनियर और अन्य अफसरों पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक गाजीपुर के रहने वाले अवधेश श्रीवास्तव पीडब्ल्यूडी में ठेकेदारी करते हैं। उन्हें कबीरचौरा महिला अस्पताल के निर्माण का 20 करोड़ रुपये का ठेका मिला हुआ था और ये अस्पताल की बिल्डिंग इसी महीने हैंडओवर होनी थी। निर्माण कार्य के कारण उन पर 4 करोड़ रुपये बकाया गया था और अवधेश पर देनदारी लगातार बढ़ रही थी।
जबकि पीडब्लूडी ठेकेदार को भुगतान नहीं कर रहा था। अवधेश ने यहां तक अपनी पत्नी के जेवर और गहने बेच कर निर्माण कार्य में लगाया। जिसके कारण वह मानसिक तनाव में चल रहे थे और विभागों के चक्कर काटकर परेशान हो गए थे। वह चीफ इंजीनियर से चक्कर लगा रहे थे। लेकिन वह उनका भुगतान नहीं कर रहे थे।
अवधेश कल भी चीफ इंजिनियर अंबिका सिंह के चैंबर में पहुंचे और उनसे बकाया भुगतान करने को कहा तो उन्होंने अवधेश को बुरी तरह से बेइज्जत कर डांटा। जिसके बाद अवधेश ने लाइसेंसी पिस्टल निकालकर अपनी कनपटी पर गोली मार ली। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना की जानकारी मिलते ही कमिश्नर, डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंचे और इंजीनियर से काफी देर पूछताछ की। पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें अवधेश ने पीडब्ल्यूडी के अफसरों के शोषण के कारण आर्थिक तंगी होने की बात कही है। उन्होंने लिखा कि विभाग के अफसरों को शोषण के कारण अब हिम्मत छूट गई है। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं।