कोरोना वायरस को देखते हुए केरल सरकार ने इसे राज्य आपदा घोषित किया है। क्योंकि राज्य में पीड़ित तीसरे शख्स की पुष्टि हुई है। यह मरीज केरल का है और हाल ही में चीन के वुहान शहर से लौटा था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
नई दिल्ली। चीन में फैले करॉना वायरस की गंभीरता को देखते हुए केरल सरकार ने राज्य में आपदा घोषित कर दिया है। इसके लिए राज्य सरकार ने सभी को अलर्ट में रहने को कहा है। क्योंकि केरल में तीन व्यक्तियों में ये वायरस मिला है और इन रोगियों को अस्पताल में रखा गया है। वहीं चीन में इस वायरस से मारे जाने वाले लोगों की संख्या 360 से ज्यादा हो गई है और इससे प्रभावित लोगों की संख्या 14 हजार से ज्यादा है।
कोरोना वायरस को देखते हुए केरल सरकार ने इसे राज्य आपदा घोषित किया है। क्योंकि राज्य में पीड़ित तीसरे शख्स की पुष्टि हुई है। यह मरीज केरल का है और हाल ही में चीन के वुहान शहर से लौटा था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। फिलहाल राज्य में इस वायरस के कारण लोगों में खौफ देखा जा रहा है। इस वायरस को देखते हुए राज्य के सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
इस वायरस के देश में तीन मामला सामने आए हैं और इसमें पुष्टि हुई है कि ये वायरस पीड़ितों में है। लेकिन चौंकाने वाले बात ये है कि तीन मामले केरल के हैं। ये तीन यात्री हाल ही में चीन से लौटे हैं। लिहाजा राज्य सरकार इस वायरस को रोकने के लिए गंभीर है और इसलिए राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। इस वायरस से पीड़ित तीसरा शख्स हाल ही में चीन के वुहान शहर से लौटा है और उसे भर्ती कराया गया है। केरल में अलर्ट जारी करने के बाद पड़ोसी राज्य कर्नाटक ने भी कई जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया है। राज्य सरकार का कहना है कि वायरस संक्रमण को लेकर डरने की जरूरत नहीं है।
लेकिन राज्य सरकार ने कुछ जरूर कदम उठाने के लिए इसे आपदा घोषित किया है। वहीं कर्नाटक में अभी तक राज्य सरकार ने 29 नमूनों की जांच की है, लेकिन सभी निगेटिव पाए गए हैं। वहीं राज्य सरकार ने कर्नाटक के मेंगलुरु, कोडागू, चामराजनगर और मैसूर में हाई अलर्ट पर रखा है। गौरतलब है कि भारत ने चीन से आने वाले विदेशियों के लिए ई-वीजा सेवाएं रद्द कर दी हैं। वहीं भारत अपने छह सौ से ज्यादा नागरिकों को चीन से वापस भारत लाया है।