हरियाणा सरकार जेल में बंद कैदियों को बड़ी राहत देने जा रही है। क्योंकि देशभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है और इसका खतरा जेल में बंद कैदियों पर भी हो सकता है। लिहाजा हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि जेल में बंद कैदियों को पैरोल या फरलो पर छोड़ा जाए।
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना का कहर जारी है और अभी तक 662 कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले सामने आ गए हैं। लेकिन कोरोना के खौफ के बीच अब हरियाणा में जेल में बंद कैदियों की बल्ले बल्ले होने जा रही है। क्योंकि हरियाणा सरकार ने जेल में बंद कैदियों को पैरोल और फरलो देने का फैसला किया है। हालांकि ये उन कैदियों को मिलेगा जो जो पहले पैरोल या फरलो पर जा चुके हैं और उनका रिकार्ड अच्छा है।
हरियाणा सरकार जेल में बंद कैदियों को बड़ी राहत देने जा रही है। क्योंकि देशभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है और इसका खतरा जेल में बंद कैदियों पर भी हो सकता है। लिहाजा हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि जेल में बंद कैदियों को पैरोल या फरलो पर छोड़ा जाए। हालांकि ये उन कैदियों को मिलेगा जो पहले एक बार इसका इस्तेमाल कर चुके हैं और शांतिपूर्ण तरीके इसे बिताकर समय पर जेल में वापस लौटे हैं।
इन कैदियों को छह सप्ताह की विशेष पैरोल दी जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर बैठक भी हो चुकी है। विदित है कि पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय ने एक निर्देश जारी किया था जिसमें राज्य के जेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन और महानिदेशक कारागार हरियाणा के. सेलवारज ने भी हिस्सा लिया था। इस बैठक में इस बात पर भी फैसला किया गया कि जो कैदी पहले से ही पैरोल या फरलो पर जेल से बाहर हैं।
उनकी पैरोल की अवधि बढ़ाई जाएगी और उन्हें वर्तमान पैरोल या फरलो के साथ ही चार सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। फिलहाल राज्य सरकार के फैसले के बाद जेल प्रशासन ने कैदियों को पैरोल की तैयारी कर दी है। हालांकि विदेशी कैदियों को पैरोल या फरलो नहीं दी जाएगी। राज्य सरकार के फैसले के तहत जिन कैदियों की सजा सात साल से अधिक नहीं है और उनका आचरण अच्छा है उन्हें छह से आठ सप्ताह की विशेष पैरोल दी जाएगी।