फिलहाल दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यालय में जश्न का माहौल है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यालय में पहुंच गए हैं। रूझानों को देखकर लग रहा है कि पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी कर ली है। हालांकि चुनाव परिणाम कोई चौंकाने वाले नहीं हैं। क्योंकि एक्जिट पोल में सभी ने फिर से दिल्ली की सत्ता पर आप की वापसी की भविष्यवाणी की थी।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के शुरूआती रूझान आने शुरू हो गए हैं। अभी तक दिल्ली में आम आदमी पार्टी को चुनाव में बढ़त मिलती दिख रही है। अगर रूझान परिणामों में तब्दील होंगे तो आप हैट्रिक के साथ दिल्ली में फिर से सरकार बनाएगी। हालांकि शुरूआती परिणामों में भाजपा का प्रदर्शन भी अच्छा है।
फिलहाल दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यालय में जश्न का माहौल है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यालय में पहुंच गए हैं। रूझानों को देखकर लग रहा है कि पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी कर ली है। हालांकि चुनाव परिणाम कोई चौंकाने वाले नहीं हैं। क्योंकि एक्जिट पोल में सभी ने फिर से दिल्ली की सत्ता पर आप की वापसी की भविष्यवाणी की थी। वहीं भाजपा के लिए चुनाव परिणाम कोई खराब नहीं हैं। क्योंकि वह पिछले विधानसभा की तुलना में बढ़त बनाते दिख रही है।
भाजपा ने आखिरी बार 1993 में सरकार बनाई थी और रूझान को देखते हुए लगता है कि वह सरकार बनाने से काफी दूर है। पिछले विधानसभा चुनाव में आप 70 सीटों में से 67 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी, जिसमें उसका 54 प्रतिशत वोट शेयर था। बीजेपी ने 2015 में 32 फीसदी वोट हासिल किए, जबकि 2019 के लोकसभा चुनावों में यह बढ़कर 56 फीसदी हो गया। शुरूआती रूझानों में आप 49 सीटों पर आगे है।
जबकि भाजपा 14 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी है। हालांकि कांग्रेस बल्लीमारान की एक सीट पर आगे चल रही है, जिसका मुकाबला वरिष्ठ नेता हारून यूसुफ ने किया था। फिलहाल वीवीआईपी सीट कहे जाने वाली कई सीटों में भी कोई परिणाम सामने नहीं आया है। वीवीआईपी सीटों में अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से, पटपड़गंज से मनीष सिसोदिया और कालकाजी से आतिशी हैं। वहीं भाजपा के विजेंद्र गुप्ता रोहिणी में, हरिनगर से तजिंदर बग्गा आगे चल रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि अलका लांबा चांदनी चौक में पीछे हैं।