असल में बरेली शहर के एक श्मशान में खुदाई के दौरान मटके से एक नवजात बच्ची मिली है। ये बच्ची जिंदा है और इसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन जैसे ही इस बच्ची के बारे में राजेश मिश्रा को जानकारी मिली तो वह अस्पताल पहुंचे और बच्ची के पालन पोषण में आने वाले खर्च का जिम्मा उठाने का फैसला किया। उन्होंने इस बच्ची का नाम सीता रखा।
लखनऊ। कुछ महीने पहले बरेली की साक्षी मिश्रा ने घर से भाग कर अपने प्रेमी से शादी की थी। जिसके बाद साक्षी मिश्रा और उसके प्रेमी ने बरेली के बिथरी चैनपुर सीट से भाजपा विधायक और साक्षी के पिता राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल पर आरोप लगाया था कि उन दोनों को विधायक से खतरा है। जिसके बाद कई टीवी चैनलों और सोशल मीडिया में ये बहस का मुद्दा बन गया था। लेकिन अब राजेश मिश्रा एक बार अपने नेक काम के लिए मीडिया में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
असल में बरेली शहर के एक श्मशान में खुदाई के दौरान मटके से एक नवजात बच्ची मिली है। ये बच्ची जिंदा है और इसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन जैसे ही इस बच्ची के बारे में राजेश मिश्रा को जानकारी मिली तो वह अस्पताल पहुंचे और बच्ची के पालन पोषण में आने वाले खर्च का जिम्मा उठाने का फैसला किया। उन्होंने इस बच्ची का नाम सीता रखा। ये बच्ची जमीन के नीचे मिट्टी में एक मटके में मिली थी।
जिसके कारण इसका नाम सीता माता के नाम पर रखा गया है। फिलहाल बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। भाजपा विधायक राजेश मिश्रा ने कहा कि सरकार की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना के तहत वो इस बच्ची का खर्च उठाएंगे। राजेश मिश्रा ने कहा कि बच्ची के लालन पोषण के साथ ही उसकी शिक्षा का खर्चा भी वह उठाएंगे। बच्ची डाक्टरों की निगरानी में है और उससे स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
जानें कैसे मिली बच्ची
बरेली के सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार की पत्नी वैशाली ने एक प्रीमेच्योर बच्ची को जन्म दिया था। जिसके बाद उसकी मौत हो गई। मृत बच्ची को दफनाने के लिए हितेश कुमार शमशान पहुंचे। वहां पर जब उन्होंने तीन फीट की खुदाई की तो फावड़े में एक मटका टकराया। जब उसे खोल कर देखा गया तो उसमें एक बच्ची जिंदा स्थिति में थी और उसकी सांसे चल रही थी। इसके बाद हितेश कुमार उस बच्ची को लेकर सीधे अस्पताल पहुंचे। हितेश कुमार की पत्नी वैशाली यूपी पुलिस में दरोगा हैं।