चुनाव खत्म होने के बाद भी खत्म नहीं हुई तृणमूल कांग्रेस की गुंडागर्दी

By Team MyNation  |  First Published May 25, 2019, 4:27 PM IST

 चुनाव खत्म होने और नतीजे आने के बावजूद पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का हमला रुक नहीं रहा है। आज एक और बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना बंगाल के चकदाह इलाके की है।
 

कोलकाता: चकदाह में मारे गए शख्स की पहचान संतू घोष के रूप में हुई है। उनपर हमले के तुरंत बाद घोष को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई। बीजेपी बंगाल ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, "भले ही चुनाव खत्म हो गया हो, टीएमसी द्वारा जारी हिंसा से कोई राहत नहीं मिली है " 


बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने घोष की मौत के लिए सीधे तौर पर टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि "आपकी इस रक्त और हिंसा की राजनीति का जबाब जनता आपको जड़ से उखाड़ कर देगी" 

चुनाव तो समाप्त हो गए, किन्तु में हिंसा नहीं रुक रही। के गुंडों ने में एक और कार्यकर्ता जी की निर्मम हत्या कर दी।,

आपकी इस रक्त और हिंसा की राजनीति का जबाब जनता आपको जड़ से उखाड़ कर देगी। pic.twitter.com/oejDlw2t7H

— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline)

ममता की ‘इंच से इंच’ की धमकी 

ममता बनर्जी की  'इंच से इंच ’की धमकी के बाद ये घटना ने साबित कर दिया है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बदला लेने की जो कसम खाई थी उसकी शुरुआत हो चुकी है। ममता ने चुनाव प्रचार के दौरान धमकी दी थी, "मैं सब कुछ याद रखूंगी। मेरे राज्य पर अत्याचार और अपमान हुए और मैं चुप नहीं रहूंगी रहूंगी। मेरे पास सभी रिकॉर्ड और दस्तावेज हैं। मैं इसका बदला लेकर रहूंगी इंच दर इंच। वे सभी जो अपराध कर रहे हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए ”।

बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने भीड़ को याद दिलाया था कि ममता ने सार्वजनिक रूप से कैसे घोषणा की थी कि वह भाजपा के खिलाफ "इंच दर इंच" का बदला लेना चाहती हैं। बीजेपी कैडर की कथित हत्या ने बंगाल के मुख्यमंत्री के बयान को सत्य साबित कर दिया है |

हाल ही में घोषित परिणाम में, भाजपा ने बंगाल मैं ममता बनर्जी के किले में बड़ी सेंध लगाई है, जहां उसे 18 सीटें मिलीं, जो 2014 की तुलना में 16 गुना अधिक है, 2014 मैं उसे सिर्फ 2 सीटें मिलीं थी। वहीं तृणमूल  का स्कोर 34 से घटकर 21 हो गया, जिससे सत्ता पक्ष शर्मिंदा है जिसके बाद उसे शनिवार को एक आपात बैठक बुलानी पड़ी। तृणमूल के कई स्टार उम्मीदवार जैसे मुनमुन सेन और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को भगवा पार्टी ने उनके ही मैदान में हरा दिया।
 

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