फोन पर आवाज आई, ' मम्मा, मुझे बचा लो, मम्मा मुझे बचा लो '। उसके बाद कालर ने कहा कि घबराओ नहीं, जिसने मुकदमा लिखाया हे, वह युवक समझौता करने के लिए तैयार है। यह सुनते ही कावेरी को माजरा समझ आ गया।
नई दिल्ली। हेलो! मम्मा, मुझे बचा लो....,मम्मा मुझे बचा लो, सोचिए आप अपने घर में अपने काम में व्यस्त हों। आपका बेटा या बेटी घर से बाहर गया हो और उसे कुछ घंटे बीत चुके हों। इसी बीच एक अनजान काल आए और सामने वाला खुद को पुलिस वाला बताते हुए कहे कि आपका बेटे या बेटी को पुलिस ने ब्लैकमेलिंग के केस में अरेस्ट कर लिया है। प्रूफ के तौर पर आपके बच्चे की वह बात भी करा दें। उस वक्त आप पर क्या बीतेगी। आप तत्काल में क्या कदम उठाएंगे। जाहिर सी बात है कालर द्वारा दी गई सूचना और सुझाव दोनों पर आप तत्काल अमल करना शुरू कर देंगे।
दिल्ली -एनसीआर में AI तकनीक का बढ़ रहा गलत इस्तेमाल
रुकिए! यहीं आपको सतर्क होने की जरूरत है। क्योकि जरूरी नहीं है कि फोन करने वाला पुलिस विभाग का ही हो। जरूरी नहीं है कि आपका बच्चा गिरफ्तार ही हुआ है। आज की आभासी दुनिया में ये एक फेंक काल भी हो सकती है। जो कि आपकों फंसा कर ठगने के लिए की गई है और जिसके लिए AI तकनीक का इस्तेमाल किया गया हो। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं, जहां वायस क्लोनिंग के जरिए ठगी के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं। चूँकि AI लगभग हर चीज़ पर कब्ज़ा कर रहा है। लोगों को ऑनलाइन चीज़ों से निपटते समय अधिक सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।
महिला यूजर ने सोशल मीडिया पर शेयर किया वॉइस क्लोनिंग के जरिए ठगी का अनुभव
इसी तरह का एक मामला सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कावेरी नाम की एक महिला यूजर के साथ हुआ। जहां उसने साझा किया कि कैसे वह एक नकली पुलिस वाले द्वारा लगभग धोखा खा चुकी थी। जहां नकली पुलिस वाले ने उसकी बेटी और उसके तीन दोस्तों को पकड़ने का नाटक किया। विधायक के बेटे को आपत्तिजनक स्थिति में विडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया। घोटालेबाज ने उसे लगभग यह विश्वास दिला दिया कि उसकी बेटी मुसीबत में है, और उससे पैसे ऐंठने की कोशिश की।
कालर ने कहा, मै पुलिस वाला हूं, तुम्हारी बेटी दोस्तों संग ब्लैकमेलिंग में पकड़ी गई है
टाइम्स नाव के मुताबिक कावेरी ने अपना अनुभव साझा करते हुए लिखा, "मुझे लगभग एक घंटे पहले एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। मैं सामान्य रूप से अज्ञात नंबरों का जवाब नहीं देता हूं लेकिन मुझे नहीं पता कि मुझे इस कॉल का जवाब क्यों देना पड़ा।" कावेरी ने बताया कि "दूसरी तरफ एक लड़का था, जिसने कहा कि वह एक पुलिसकर्मी है । उसने मुझसे पूछा कि क्या उसे पता है कि उसकी बेटी कहां है। उसने कहा कि उसकी बेटी ने ही उसे अपनी मां का नंबर दिया है।" काल करने वाले शख्स ने कावेरी को कहा कि उसकी बेटी को उसके तीन दोस्तों के साथ गिरफ्तार किया गया है। उन सभी पर आरोप है कि वह एक विधायक के बेटे को ब्लैकमेल कर रहे थे।
कॉलर ने गाली गलौज की, फिर कहा युवक समझौता करने के लिए है तैयार
कावेरी का कहना है कि पुलिस और बेटी का नाम सुनकर एक पल के लिए वह शाक्ड रह गई। लेकिन जब उसे पता चला कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो उसने कुछ राहत की सांस ली। फिर कावेरी को शक हुआ तो उसने कॉलर से अपनी बेटी से बात कराने के लिए कहा। उसके होश तब उड़ गए, जब मोबाइल पर दूसरी तरफ से एक आवाज आई, जो बिल्कुल उसकी बेटी की तरह बोल रही थी। फोन पर आवाज आई, ' मम्मा, मुझे बचा लो, मम्मा मुझे बचा लो '। उसके बाद उस नकली पुलिस वाले ने कहा कि घबराओ नहीं, पीडित युवक समझौता करने के लिए तैयार है। यह सुनते ही कावेरी को माजरा समझ आ गया।
शक होने पर महिला हंसने लगी तो कट गया फोन
कावेरी ने आगे लिखा कि मैने उस नकली पुलिस वाले से कहा कि मुझे मेरी बेटी से ठीक से बात करने दीजिए। यह सुनते ही वह एकदम से क्रोधित हो गया और गाली गलौज करने लगा। उसने कहा कि बात नहीं कराएंगे। अब उसे जेल भेजा जाएगा। कांवेरी ने भी उसे जवाब दिया की ठीक है, ले जाओ और हंसने लगी। कांवेरी की हंसी सुन कालर ने फोन काट दिया। और फिर आज मैं ठगी का शिकार होते होते बच गई।
ये भी पढ़ें.....
UP News: खुशियों के आंगन में हो रहे थे मंगलगीत...अचानक उठने लगी मातमी चीत्कार