राज्य में चर्चा है कि वरिष्ठ नेता और नीतीश कुमार की सरकार में उद्योग मंत्री श्याम रजक पार्टी को अलविदा कहने वाले हैं और वह सत्ताधारी जदयू को छोड़कर राजद का दामन थामने की तैयारी में हैं। श्याम रजक को राज्य की सियासत में दलितों का नेता माना जाता है और वह पहले भी राजद में रह चुके हैं।
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं को पार्टी को बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के वरिष्ठ नेता और नीतीश कुमार की सरकार में उद्योग मंत्री श्याम रजक सत्ताधारी जदयू को अलविदा कहने वाले है। वह राष्ट्रीय जनता दल का थामने वाले हैं। हालांकि अभी तक इस बारे में किसी का आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि राज्य की राजनीति में बड़ा दलित चेहरा माने जाने वाले श्याम रजक पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज हैं और सोमवार को राजद में शामिल हो सकते हैं।
राज्य में चर्चा है कि वरिष्ठ नेता और नीतीश कुमार की सरकार में उद्योग मंत्री श्याम रजक पार्टी को अलविदा कहने वाले हैं और वह सत्ताधारी जदयू को छोड़कर राजद का दामन थामने की तैयारी में हैं। श्याम रजक को राज्य की सियासत में दलितों का नेता माना जाता है और वह पहले भी राजद में रह चुके हैं।
फिलहाल चर्चा है कि वह सोमवार को राजद में शामिल होंगे और उससे पहले पार्टी और कैबिनेट से इस्तीफा देंगे। श्याम रजक को कभी लालू प्रसाद यादव का भी करीबी माना जाता था और वह राजद में दलित नेता माने जाते थे। लेकिन बाद में उन्होंने जदयू का दामन थाम लिया। ये भी चर्चा है कि वह सोमवा को विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और राजद का दामन थामेंगे। कहा जा रहा है कि श्याम रजक पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे हैं।
जदयू काट सकती है टिकट
चर्चा है कि पार्टी श्याम रजक का टिकट उनके पारंपरिक सीट फुलवारीशरीफ से काटने की तैयारी में है और यहां अरुण मांझी को टिकट मिलने की चर्चा है। लिहाजा श्याम रजक पार्टी से नाराज चल रहे हैं।