मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान देते हुए कहा कि भगवा वस्त्र पहनकर मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। दिग्गी राजा ने कहा कि सनातन धर्म को बदनाम किया जा रहा है और ऐसे लोगों को भगवान भी माफ नहीं करेगा। फिलहाल दिग्विजय सिंह के बयान के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आना तय है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह यानी दिग्गी राजा के जुबान एक बार फिर फिसल गई है। कई बार पार्टी को अपने विवादित बयानों से मुश्किलों में डालने वाले दिग्गी राजा ने एक बार फिर भगवा को लेकर विवादित बयान दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवा वस्त्र पहनने वाले मंदिरों में बलात्कार कर रहे हैं। जबकि तीन राज्यों में जल्द ही चुनाव होने हैं और अकसर के नेताओं के बिगड़े बोल के कारण पार्टी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ता है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान देते हुए कहा कि भगवा वस्त्र पहनकर मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। दिग्गी राजा ने कहा कि सनातन धर्म को बदनाम किया जा रहा है और ऐसे लोगों को भगवान भी माफ नहीं करेगा। फिलहाल दिग्विजय सिंह के बयान के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आना तय है। कुछ दिन पहले ही दिग्विजय सिंह ने हिंदूओं पर विवादित बयान दिया था।
दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मुस्लिमों से ज्यादा गैर मुस्लिम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे हैं और वे लोग बजरंग दल, बीजेपी और आईएसआई से पैसा ले रहे हैं। आमतौर पर दिग्विजय सिंह अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। हालांकि उनके बयान ज्यादातर हिंदूओं को विरोध में होते हैं। एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवक्ति अपना परिवार छोड़कर साधु बनता है। लेकिन आज भगवा वस्त्रा पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवा वस्त्रा पहनकर बलात्कार हो रहे हैं, मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं।
जल्द ही तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस आलाकमान इसके लिए रणनीति बना रहा हैं। ऐसे में दिग्विजय के बयानों से पार्टी को हमेशा नुकसान पहुंचता है। दिग्विजय सिंह राज्य में फिलहाल अलग-थलग पड़ चुके हैं। किसी दौर में राज्य में उनकी जो पकड़ मानी जाती थी वह अब नहीं है। लेकिन वह अकसर अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं। गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह को भोपाल लोकसभा सीट में हार का सामना करना पड़ा था।