दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने उन फोन कॉलों के प्रति लोगों को आगह किया था जिनमें निर्वाचन सूची से लोगों का नाम हटाने का दावा किया गया है। निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि निर्वाचन पंजीयन अधिकारी के सिवा कोई भी उनका नाम निर्वाचन सूची में न शामिल कर सकता है और न जोड़ सकता है।
नई दिल्ली--निर्वाचन आयोग ने दिल्ली पुलिस से शहर की जनता को निर्वाचन सूची के बारे में ‘भ्रामक’ कॉल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने उन फोन कॉलों के प्रति लोगों को आगह किया था जिनमें निर्वाचन सूची से लोगों का नाम हटाने का दावा किया गया है। निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि निर्वाचन पंजीयन अधिकारी के सिवा कोई भी उनका नाम निर्वाचन सूची में न शामिल कर सकता है और न जोड़ सकता है।
निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि निर्वाचन पंजीयन अधिकारी के सिवा कोई भी उनका नाम निर्वाचन सूची में न शामिल कर सकता है और न हटा सकता है। अब सीईओ ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से मामले की जांच करके असल स्थिति का पता लगाने को कहा है।
पुलिस को की गई शिकायत में कहा गया है, ‘‘ इस संबंध में प्राप्त हुई विभिन्न लिखित शिकायतें इसके साथ संलग्न हैं। पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त शिकायतों में दिए गए कथन की असलियत का पता लगाने के लिए मामले की अच्छी तरह से जांच करने की जरूरत है और कानून के तहत जरूरी कार्रवाई की जाए।’’
दिल्ली पुलिस के मुख्य प्रवक्ता मधुर वर्मा ने कहा, ‘‘ हम मामले की जांच कर रहे हैं और उचित कार्रवाई करेंगे।’’ सीईओ का शनिवार को बयान तब आया था जब एक दिन पहले भाजपा के एक शिष्टमंडल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात थी और आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (आप) इस तरह के फोन कॉल कर रही है।
चुनाव आयोग के बयान पर आप के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। केजरीवाल ने कहा था कि ‘‘निर्वाचन आयोग को किसी राजनीतिक पार्टी का एजेंट नहीं बनना चाहिए।’’