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पहले सोनू के नेक काम में शिवसेना को दिखी राजनीति, मिले तो बदले सुर

Published : Jun 08, 2020, 08:27 AM IST
पहले सोनू के नेक काम में शिवसेना को दिखी राजनीति, मिले तो बदले सुर

सार

सोनू सूद ने शिवसेना प्रमुख और राज्य के मुख्मयंत्री उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की और अपनी बात रखी।  सोनू सूद ने कहा कि जब तक आखिरी प्रवासी अपने घर तक नहीं पहुंच जाता और वह अपने काम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मेरा समर्थन किया है और मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।  

मुंबई। प्रवासियों मजदूरों को उनके घर बसों और प्लेन के जरिए सुर्खियों में आए फिल्म स्टार को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति शुरू हो गई है। पहले राज्य की शिवसेना सरकार को सोनू सूद के नेक काम के पीछे राजनीति दिखी थी लेकिन अब सोनू सूद के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद शिवसेना के सुर बदल गए हैं। शिवसेना अब सोनू सूद की तारीफ कर रही है। फिलहाल जहां पार्टी प्रवक्ता संजय राउत सोनू सूद पर जमकर आरोप लगा चुके हैं वहीं अब राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख सोनू के समर्थन में आ गए हैं। वहीं हालांकि, सियासी हलचल के बीच सोनू सूद ने कहा है कि उनकी मुहिम जारी रहेगी।

सोनू सूद ने शिवसेना प्रमुख और राज्य के मुख्मयंत्री उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की और अपनी बात रखी।  सोनू सूद ने कहा कि जब तक आखिरी प्रवासी अपने घर तक नहीं पहुंच जाता और वह अपने काम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मेरा समर्थन किया है और मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। असल में राज्य की शिवसेना सरकार को सोनू सूद के नेक काम के पीछे राजनीति दिखनी शुरू हो गई थी। जबकि लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को सोनू सूद के अपने खर्च पर उनके घर तक पहुंचाया और उनकी मदद की। वहीं  शिवसेना के सांसद संजय राउत सूद को लेकर राजनीति की शंका जाहिर की थी।

उन्होंने कहा कि वे बहुत चालाकी से 'महात्मा' सूद बनने की ओर अग्रसर हैं। पिछले कुछ दिनों से सोनू सूद सूर्खियों में हैं।  महाराष्ट्र के राज्यपाल से लेकर उत्तराखंड के सीएम और पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह उनकी तारीफ कर चुके हैं। लेकिन वहीं राज्य की सत्ताधारी शिवसेना के सांसद और सामना के संपादक संजय राउत ने सूद के किए जा रहे कार्यों को लेकर सवाल उठाया और इसके जरिए उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है। संजय राउत ने सवाल  उठाए हैं कि लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद महात्मा हो गए हैं और एक ही झटके किसी को भी महात्मा बनाया जा सकता है।

राउत ने कहा कि सोनू सूद खुद को को भाजपा का मुखौटा बताने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोनू सूद को बसें कहां से मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि सोनू सूद एक अच्छे एक्टर हैं लेकिन जिस तरह से फिल्मों में अलग-अलग डायरेक्टर होते हैं वैसे ही इसके पीछे कोई राजनीतिक डायरेक्टर हो सकता है। बहरहाल भाजपा ने शिवसेना सांसद के इस बयान पर आपत्ति जताई है।  भाजपा का कहना है कि जो राज्य सरकार का काम है वह फिल्म स्टार सोनू सूद कर रहे हैं। लेकिन शिवसेना सरकार को इसमें राजनीति नजर आ रही है।  संजय राउत का बयान शर्मनाक है।

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