महाराष्ट्र के मुंब्रा कालवा से एनसीपी के विधायक जितेंद्र अवहाड ने कहा, 'मनोहर पर्रिकर बहुत जानकार शख्स थे। मुझे लगता है कि राफेल डील के बाद उन्हें सही नहीं लग रहा था और उन्होंने गोवा लौटने का फैसला किया।
गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को लेकर महाराष्ट्र के एनसीपी के एक विधायक ने विवादित टिप्पणी की है। जितेंद्र अवहाड ने राफेल डील को पर्रिकर की बीमारी और उनकी मौत से जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि यह ऐसी बात कहने का मौका नहीं है, लेकिन पर्रिकर राफेल डील के पहले शिकार थे। एनसीपी विधायक ने यह भी कहा कि पर्रिकर ईमानदार शख्स थे, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण वह बहुत पीड़ा में थे और अपनी बीमारी से नहीं लड़ सके।
महाराष्ट्र के मुंब्रा कालवा से एनसीपी विधायक ने कहा, 'मनोहर पर्रिकर उच्च शिक्षित और बहुत जानकार शख्स थे। मुझे लगता है कि राफेल डील के बाद उन्हें सही नहीं लग रहा था और उन्होंने गोवा लौटने का फैसला किया। आज वह हमारे बीच नहीं हैं इसलिए इस वक्त मुझे यह नहीं कहना चाहिए, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि राफेल डील के वह पहले शिकार थे।'
J Awhad: People have been speaking on Rafale & corruption since last 1.5 yrs but no one pointed fingers at Manohar Parrikar. His character speaks for itself that he can't be corrupt. But corruption which had occurred, pained him, didn't let him fight his disease&led to his death. https://t.co/PvjmBlrzOm
— ANI (@ANI)एनसीपी विधायक ने पर्रिकर की प्रशंसा करते हुए कहा, 'राफेल और भ्रष्टाचार को लेकर लोग पिछले 1.5 साल से बोल रहे है, लेकिन कभी किसी ने मनोहर पर्रिकर पर अंगुली नहीं उठाई। उनका किरदार ही यह बताने के लिए काफी है कि वह भ्रष्ट नहीं हो सकते हैं। जिस भ्रष्टाचार से वह घिर गए थे, उसको लेकर उन्हें पीड़ा थी। इस पीड़ा की वजह से ही वह अपनी गंभीर बीमारी से नहीं लड़ सके और गुजर गए।'
पैनक्रियाज के कैंसर से पीड़ित मनोहर पर्रिकर ने रविवार शाम आखिरी सांस ली। गोवा के बेहद लोकप्रिय नेताओं में शुमार पर्रिकर को सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।